‘झारखंड प्लेटफॉर्म आधारित गिग श्रमिक (निबंधन और कल्याण) विधेयक 2025’
 
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‘झारखंड प्लेटफॉर्म आधारित गिग श्रमिक (निबंधन और कल्याण) विधेयक 2025’

Fri 19 Dec, 2025

संदर्भ :

  • झारखंड सरकार ने ‘झारखंड प्लेटफॉर्म आधारित गिग श्रमिक (निबंधन और कल्याण) विधेयक 2025’ को मंजूरी दी है, जो गिग वर्कर्स जैसे डिलीवरी बॉय और ड्राइवरों को औपचारिक सुरक्षा प्रदान करेगा।

मुख्‍य बिन्‍दु :

  • विधेयक को कैबिनेट ने जून 2025 में मंजूरी दी, विधानसभा में अगस्त 2025 में ध्वनिमत से पारित किया
  • राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने 18 दिसंबर 2025 को विधानसभा द्वारा पारित इस विधेयक पर हस्ताक्षर कर कानून बना दिया।
  • यह विधेयक गिग इकोनॉमी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्लेटफॉर्म-आधारित श्रमिकों (जैसे स्विगी-जोमैटो के डिलीवरी बॉय, ओला-उबर के ड्राइवर, रैपिडो बाइकर्स आदि) को औपचारिक सामाजिक सुरक्षा और कल्याण प्रदान करने का महत्वपूर्ण कदम है।
  • झारखंड भारत का चौथा राज्य बन गया है (राजस्थान 2023 के बाद कर्नाटक, बिहार और झारखंड 2025 में) जो ऐसे श्रमिकों के लिए विशेष कानून लाया है।

विधेयक की प्रमुख विशेषताएं

अनिवार्य पंजीकरण (Mandatory Registration) :

  • सरकार सभी गिग श्रमिकों के लिए एक यूनिवर्सल आईडी (Universal ID) जारी करेगी
  • प्रत्येक प्लेटफॉर्म (Aggregator) को अपने साथ जुड़े सभी श्रमिकों का डेटा सरकार के पास पंजीकृत करना अनिवार्य होगा

झारखंड गिग श्रमिक कल्याण बोर्ड (Welfare Board) :

  • एक समर्पित बोर्ड का गठन किया जाएगा जिसमें सरकारी अधिकारी, प्लेटफॉर्म प्रतिनिधि और गिग श्रमिकों के प्रतिनिधि शामिल होंगे
  • यह बोर्ड नीति निर्धारण और शिकायतों के निवारण का काम करेगा

गिग श्रमिक सामाजिक सुरक्षा कोष (Social Security Fund) :

  • इस कोष का निर्माण प्लेटफॉर्म कंपनियों पर लगाए गए 'कल्याण उपकर' (Welfare Cess) के माध्यम से किया जाएगा
  • प्रत्येक ट्रांजेक्शन (जैसे प्रति डिलीवरी या प्रति राइड) पर कंपनियों को एक निश्चित प्रतिशत (संभावित 1-2%) इस कोष में देना होगा

लाभ और सुरक्षा (Benefits) :

  • बीमा: दुर्घटना बीमा, स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा की सुविधा
  • पेंशन: वृद्धावस्था सहायता के लिए प्रावधान
  • शिक्षा सहायता: श्रमिकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति
  • मातृत्व लाभ: महिला गिग श्रमिकों के लिए विशेष सहायता

ई. शिकायत निवारण तंत्र :

  • यदि किसी श्रमिक को प्लेटफॉर्म द्वारा बिना ठोस कारण के ब्लॉक किया जाता है या भुगतान में देरी होती है, तो वे निर्धारित समय सीमा के भीतर बोर्ड के पास शिकायत दर्ज करा सकेंगे

भारत में गिग वर्कर्स (Gig Workers) की वर्तमान कानूनी स्थिति :

  • भारत की गिग इकोनॉमी (Gig Economy) दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
  • वर्तमान में इनकी कानूनी स्थिति केंद्र सरकार के नए श्रम कोड और राज्यों की अपनी पहलों के बीच बंटी हुई है।

केंद्रीय श्रम संहिता (Social Security Code, 2020) :

  • भारत सरकार ने 29 केंद्रीय श्रम कानूनों को मिलाकर 4 नए लेबर कोड तैयार किए हैं। इनमें 'सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020' (Code on Social Security, 2020) गिग वर्कर्स के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
  • परिभाषा: पहली बार 'गिग वर्कर' (Gig Worker) और 'प्लेटफॉर्म वर्कर' (Platform Worker) को कानूनी रूप से परिभाषित किया गया है।
  • सामाजिक सुरक्षा: इस कोड के तहत केंद्र सरकार को गिग श्रमिकों के लिए जीवन और विकलांगता बीमा, स्वास्थ्य लाभ, वृद्धावस्था सुरक्षा और मातृत्व लाभ जैसी योजनाएं बनाने की शक्ति दी गई है।
  • पंजीकरण: सभी गिग श्रमिकों का पंजीकरण एक केंद्रीय पोर्टल (ई-श्रम) पर किया जाना अनिवार्य है।
  • वित्त पोषण (Funding): यह कोड प्लेटफॉर्म कंपनियों (Aggregators) के लिए अनिवार्य करता है कि वे अपने वार्षिक टर्नओवर का 1% से 2% सामाजिक सुरक्षा कोष में योगदान दें

ई-श्रम पोर्टल (e-Shram Portal) :

  • श्रम और रोजगार मंत्रालय ने अगस्त 2021 में ई-श्रम पोर्टल लॉन्च किया।
  • यह असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, जिनमें गिग वर्कर्स भी शामिल हैं, का पहला राष्ट्रीय डेटाबेस है।
  • श्रमिकों को एक 'यूनिवर्सल अकाउंट नंबर' (UAN) दिया जाता है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में आसानी होती है।

झारखंड

  • झारखंड शब्द का अर्थ है 'झार' (वन) और 'खंड' (भूमि), अर्थात 'वनों की भूमि'।
  • यह राज्य अपनी जनजातीय संस्कृति और औद्योगिक विकास के लिए प्रसिद्ध है।

भौगोलिक स्थिति और राज्य प्रतीक :

  • स्थापना दिवस: 15 नवंबर 2000 (भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर)
  • राजधानी: रांची
  • उप-राजधानी: दुमका
  • राजभाषा: हिंदी (उर्दू, संताली, मुंडारी, कुड़ुख और हो अन्य क्षेत्रीय भाषाएं हैं)
  • क्षेत्रफल: 79,714 वर्ग किमी (भारत का 15वां सबसे बड़ा राज्य)

राज्य के प्रतीक (State Symbols) :

  • राज्य पशु: भारतीय हाथी
  • राज्य पक्षी: कोयल
  • राज्य पुष्प: पलाश
  • राज्य वृक्ष: साल (Sal)
  • नया लोगो: झारखंड के नए लोगो (चिह्न) में पलाश के फूल, हाथी और सौर चित्रकारी का उपयोग किया गया है

प्रशासन और राजनीति :

  • विधायिका: एकसदनीय (केवल विधानसभा)
  • विधानसभा सीटें: 81
  • लोकसभा सीटें: 14
  • राज्यसभा सीटें: 6
  • जिलों की संख्या: 24
  • प्रमुख प्रमंडल: पलामू, उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर, कोल्हान और संताल परगना

खनिज और अर्थव्यवस्था :

  • प्रमुख खनिज: कोयला (झरिया), लोहा (नोआमुंडी), तांबा (घाटशिला), यूरेनियम (जादूगोड़ा), अभ्रक (कोडरमा)।
  • प्रमुख उद्योग: * टाटा स्टील (TISCO): जमशेदपुर (भारत का पहला नियोजित औद्योगिक शहर)
  • बोकारो स्टील प्लांट: बोकारो

प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थल :

  • झारखंड में धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटन के अनेक केंद्र हैं:
  • बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर): 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक
  • पारसनाथ (सम्मेद शिखर): जैन धर्म का सबसे पवित्र स्थल
  • हुंडरू और दशम जलप्रपात: रांची के पास सुंदर झरने
  • नेतरहाट: इसे 'छोटा नागपुर की रानी' कहा जाता है, जो अपने सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध है
  • इतखोरी: यहाँ हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मों का संगम मिलता है
  • HEC: हटिया, रांची (मशीनों का कारखाना)

संस्कृति और कला :

  • लोक नृत्य: छऊ (Chhau), पायका, करमा, सरहुल और झूमर
  • प्रमुख त्योहार: सरहुल (प्रकृति की पूजा), सोहराय, कर्मा, और टुसू पर्व
  • कला: सोहराय और कोहबर चित्रकला (जिन्हें हाल ही में GI टैग मिला है)

भूगोल और नदियाँ :

  • प्रमुख नदियाँ: दामोदर (झारखंड की सबसे लंबी नदी), स्वर्णरेखा, बराकर, कोयल और शंख
  • उच्चतम शिखर: पारसनाथ (1365 मीटर)
  • जलवायु: उष्णकटिबंधीय मानसूनी
  • राष्ट्रीय उद्यान: बेतला राष्ट्रीय उद्यान (पलामू)। यहाँ विश्व की पहली शेर गणना (1932) हुई थी

प्रमुख व्यक्तित्व :

  • बिरसा मुंडा: 'धरती आबा' के नाम से प्रसिद्ध महान स्वतंत्रता सेनानी
  • महेंद्र सिंह धोनी: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान
  • सिद्धू-कान्हू: संताल विद्रोह के नायक
  • अल्बर्ट एक्का: परमवीर चक्र विजेता

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