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‘विश्व असमानता रिपोर्ट 2026’

Fri 12 Dec, 2025

संदर्भ :

  • वर्ल्ड इनइक्वलिटी लैब (World Inequality Lab) ने ‘विश्व असमानता रिपोर्ट 2026’ जारी किया है, जो विश्व में व्याप्त अत्यधिक और निरंतर आर्थिक असमानताओं पर प्रकाश डालता है।

मुख्‍य बिन्‍दु :

  • जारीकर्ता: यह रिपोर्ट वर्ल्ड इनइक्वलिटी लैब (World Inequality Lab)
  • संपादन: इसका संपादन थॉमस पिकेटी, लुकास चांसल, रिकार्डो गोमेज़-कैरेरा और रोवैदा मोशरिफ जैसे प्रमुख अर्थशास्त्रियों द्वारा
  • संस्करण: यह इस रिपोर्ट श्रृंखला का तीसरा संस्करण है, जो पहले 2018 और 2022 में जारी किया गया था
  • आधार: यह रिपोर्ट 200 से अधिक शोधकर्ताओं के बड़े वैश्विक डेटा पर आधारित है
  • आकलन के आयाम: यह न केवल आय और संपत्ति की असमानता का आकलन करती है, बल्कि लैंगिक (Gender) और जलवायु असमानता (Climate Inequality) जैसे अन्य महत्वपूर्ण आयामों को भी उजागर करती है।

मुख्य वैश्विक निष्कर्ष

वैश्विक संपत्ति असमानता :

  • चरम एकाग्रता: दुनिया के सबसे धनी 0.001% (लगभग 60,000 अति-धनवान) व्यक्तियों के पास मानवता की निचली आधी आबादी की कुल संपत्ति से तीन गुना अधिक संपत्ति है।
  • शीर्ष 10% बनाम निचला 50%: वैश्विक आबादी के शीर्ष 10% के पास दुनिया की कुल संपत्ति का लगभग 75% हिस्सा है, जबकि निचली 50% आबादी के पास केवल 2% संपत्ति है।
  • शीर्ष 1% का नियंत्रण: वैश्विक संपत्ति का 37% हिस्सा अकेले शीर्ष 1% लोगों के नियंत्रण में है, जो निचली आधी आबादी की कुल संपत्ति से 18 गुना अधिक है।

वैश्विक आय असमानता :

  • वैश्विक स्तर पर, शीर्ष 10% आय अर्जित करने वाले लोग बाकी 90% लोगों की तुलना में अधिक कमाते हैं, जबकि दुनिया की सबसे गरीब आधी आबादी कुल वैश्विक आय का 10% से भी कम हिस्सा प्राप्त करती है।

लैंगिक असमानता :

  • श्रम आय में महिलाओं का हिस्सा: 1990 के दशक से वैश्विक श्रम आय में महिलाओं का हिस्सा लगभग 25% पर रुका हुआ है, इसमें कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
  • वेतन अंतराल (Unpaid Work Excluded): अवैतनिक कार्य (जैसे घरेलू और देखभाल का कार्य) को छोड़कर, महिलाएँ प्रति कार्य घंटे पुरुषों की तुलना में औसतन केवल 61% आय अर्जित करती हैं।
  • वेतन अंतराल (Unpaid Work Included): जब अवैतनिक श्रम को भी शामिल किया जाता है, तो महिलाओं का कुल वेतन पुरुषों की तुलना में केवल 32% तक गिर जाता है।

जलवायु असमानता :

  • उत्सर्जन में योगदान: निजी पूँजी (निवेश और संपत्ति) से जुड़े कार्बन उत्सर्जन में सबसे गरीब 50% वैश्विक आबादी का योगदान केवल 3% है।
  • शीर्ष 10% की जिम्मेदारी: वहीं, सबसे धनी 10% लोग निजी पूँजी से जुड़े उत्सर्जन के लगभग 77% के लिए जिम्मेदार हैं।
  • अति-धनी वर्ग का योगदान: शीर्ष 1% अकेले निजी पूँजी आधारित उत्सर्जन का 41% हिस्सा उत्सर्जित करते हैं, जो निचली 90% आबादी के संयुक्त उत्सर्जन से लगभग दोगुना है।

भारत के संबंध में प्रमुख निष्कर्ष

आय असमानता:

  • शीर्ष 10% लोगों के पास कुल राष्ट्रीय आय का लगभग 58% हिस्सा है।
  • निचले 50% लोगों को राष्ट्रीय आय का केवल 15% हिस्सा मिलता है।

संपत्ति असमानता:

  • सबसे अमीर 10% के पास देश की कुल संपत्ति का लगभग 65% हिस्सा है।
  • शीर्ष 1% लोगों के पास लगभग 40% संपत्ति है।

लैंगिक असमानता:

  • भारत में महिला श्रम बल भागीदारी दर (Female Labor Force Participation Rate) केवल 15.7% है, जो दुनिया में सबसे कम में से एक है।

नीतिगत सुझाव :

  • प्रगतिशील कराधान (Progressive Taxation): अरबपतियों और अति-धनवान लोगों पर वैश्विक न्यूनतम कर सहित मजबूत प्रगतिशील कर प्रणाली लागू करना।
  • सार्वजनिक निवेश में वृद्धि: शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, बाल-देखभाल और पोषण जैसे उच्च-गुणवत्ता वाली निःशुल्क सार्वजनिक सेवाओं में व्यापक निवेश करना।
  • पुनर्वितरण कार्यक्रम: कमजोर वर्गों के लिए नकद हस्तांतरण, पेंशन और बेरोजगारी लाभ जैसे मजबूत सामाजिक सुरक्षा और पुनर्वितरण कार्यक्रमों का विस्तार करना।
  • अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सुधार: वैश्विक वित्तीय प्रणाली में सुधार करना ताकि विकासशील देशों से अमीर देशों की ओर होने वाले शुद्ध वित्तीय हस्तांतरण (जिसे रिपोर्ट में विकास सहायता का लगभग तीन गुना बताया गया है) को रोका जा सके।

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