08 December, 2025
अमेरिका–वेनेज़ुएला संघर्ष
Sun 30 Nov, 2025
संदर्भ
- अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच तनाव पिछले दो दशकों से लगातार बढ़ता रहा है। यह विवाद मुख्य रूप से वैचारिक मतभेद, तेल संसाधनों पर नियंत्रण, राजनीतिक वैधता और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव क्षेत्र (Geopolitical Influence) को लेकर है। वर्ष 2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा वेनेज़ुएला के वायुक्षेत्र को “पूरी तरह बंद” घोषित करना इस संघर्ष को नए और गंभीर चरण में ले गया है। यह कदम अमेरिकी दबाव रणनीति (Pressure Strategy) में एक बड़ी वृद्धि दर्शाता है।
संघर्ष का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
(a) ह्यूगो शावेज़ युग (1999–2013)
1999 में ह्यूगो शावेज़ के सत्ता में आने के बाद वेनेज़ुएला ने एंटी-यूएस, समाजवादी और बोलिवेरियन नीतियाँ अपनाईं। शावेज़ ने तेल उद्योग का राष्ट्रीयकरण किया और अमेरिका की विदेश नीति की तीखी आलोचना की। इसके बाद दोनों देशों के बीच कटुता बढ़ती गई।
(b) अमेरिकी प्रतिबंधों की शुरुआत
अमेरिका ने वेनेज़ुएला के नेताओं, सरकारी संस्थाओं और राज्य तेल कंपनी PDVSA पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए। अमेरिका का आरोप था कि वेनेज़ुएला में लोकतंत्र कमजोर हो रहा है, भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
(c) 2019—दो समानान्तर सरकारें
अमेरिका ने 2019 में विपक्षी नेता जुआन गु아이दो को वेनेज़ुएला का “कार्यवाहक राष्ट्रपति” मान्यता दी और निकोलस मादुरो सरकार को अवैध करार दिया। इस कदम ने दोनों देशों के संबंधों को बेहद खराब कर दिया।
आर्थिक और मानवीय आयाम
(a) तेल राजनीति (Oil Politics)
वेनेज़ुएला विश्व के सबसे बड़े प्रमाणित तेल भंडार वाला देश है। अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण इसकी अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई।
- तेल राजस्व गिरा,
- खाद्य व दवाइयों की भारी कमी हुई,
- बिजली संकट और मुद्रास्फीति बढ़ी।
(b) प्रवासन संकट (Migration Crisis)
अब तक 70 लाख से अधिक वेनेज़ुएलावासी देश छोड़ चुके हैं। यह लैटिन अमेरिका का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बन चुका है।
हालिया संदर्भ: अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा वेनेज़ुएला एयरस्पेस बंद करने की घोषणा
वर्ष 2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि वेनेज़ुएला के ऊपर और आसपास का पूरा वायुक्षेत्र “पूर्णतः बंद (closed in its entirety)” माना जाए।
इसका अर्थ और प्रभाव:
- अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के सभी वाणिज्यिक व सरकारी विमान वेनेज़ुएला वायुक्षेत्र में प्रवेश नहीं करेंगे।
- यह कूटनीतिक दबाव बढ़ाने का कदम है।
- अमेरिका ने कथित रूप से वेनेज़ुएला पर “शत्रु देशों” और “ट्रांसनेशनल क्रिमिनल नेटवर्क” के साथ सहयोग करने का आरोप लगाया।
- इससे वेनेज़ुएला और अधिक अंतरराष्ट्रीय अलगाव में फंस सकता है।
- मानवीय सहायता (Humanitarian Aid) पर भी प्रतिबंध या देरी की संभावना बढ़ सकती है।
- यह पिछले वर्षों में किसी लैटिन अमेरिकी देश पर लगाया गया सबसे कठोर वायुक्षेत्र प्रतिबंध है।
क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव
(a) लैटिन अमेरिका में विभाजन
- ब्राज़ील और कोलम्बिया जैसे देश अमेरिकी रुख का समर्थन कर सकते हैं।
- जबकि क्यूबा, निकारागुआ और बोलिविया जैसे देश अमेरिकी कदम की आलोचना करते हैं।
(b) रूस और चीन की प्रतिक्रिया
रूस और चीन लंबे समय से वेनेज़ुएला के प्रमुख समर्थक रहे हैं। दोनों ने अमेरिका के इस निर्णय को “आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप” बताया है।
(c) मानवीय स्थिति पर संभावित असर
वायुक्षेत्र प्रतिबंध से:
- दवाइयों की आपूर्ति,
- अंतरराष्ट्रीय उड़ानें,
- राहत कार्य
प्रभावित हो सकते हैं।
निष्कर्ष
अमेरिका–वेनेज़ुएला संघर्ष केवल वैचारिक नहीं, बल्कि ऊर्जा राजनीति, वैश्विक शक्ति-संतुलन और लोकतांत्रिक वैधता का प्रश्न भी है।
2025 की एयरस्पेस बंद घोषणा इस संघर्ष को एक नए, कठोर और जोखिमपूर्ण मोड़ पर ले जाती है।
यह कदम अंतरराष्ट्रीय कूटनीति, मानवाधिकार स्थितियों और लैटिन अमेरिकी भू-राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
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