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बिम्सटेक-भारत समुद्री अनुसंधान नेटवर्क (BIMReN) का प्रथम द्विवार्षिक सम्मेलन

Sat 08 Nov, 2025

संदर्भ :

  • बिम्सटेक-भारत समुद्री अनुसंधान नेटवर्क (BIMSTEC-India Marine Research Network - BIMReN) का प्रथम द्विवार्षिक सम्मेलन 4 से 6 नवंबर 2025 तक कोच्चि में आयोजित किया गया।

मुख्‍य बिन्‍दु :

  • यह बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में नीली अर्थव्यवस्था (Blue Economy) और समुद्री अनुसंधान सहयोग को मजबूत करने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
  • मेजबान : भारत
  • स्थान : कोच्चि, केरल
  • मुख्य फोकस : बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में नीली अर्थव्यवस्था सहयोग को सुदृढ़ करना
  • आयोजक पहल : विदेश मंत्रालय (MEA), भारत सरकार की पहल
  • उद्देश्य: लॉन्च के बाद से BIMReN की गतिविधियों के परिणामों पर चर्चा, विचारों का आदान-प्रदान और समुद्री चुनौतियों, पारिस्थितिकी तंत्र स्वास्थ्य तथा अनुसंधान नवाचारों पर फोकस

प्रथम द्विवार्षिक सम्मेलन के प्रमुख बिंदु

घटक विवरण
पायलट चरण की सफलता BIMReN ने अब तक 25 संस्थानों और 50 से अधिक शोधकर्ताओं को बिम्सटेक देशों से जोड़ा है
चर्चा के प्रमुख क्षेत्र समुद्री चुनौतियाँ, पारिस्थितिकी तंत्र का स्वास्थ्य, अनुसंधान नवाचार, समुद्री संसाधन प्रबंधन और युवा शोधकर्ताओं के बीच वैज्ञानिक नेटवर्क का निर्माण
सहयोग तंत्र ट्विनिंग अनुसंधान अनुदान (Twinning Research Grants) और स्प्लिट-साइट पीएचडी फेलोशिप (Split-Site PhD Fellowships) जैसे तंत्रों के माध्यम से सहयोग को बढ़ावा देना
क्षेत्रीय प्रतिबद्धता यह आयोजन बंगाल की खाड़ी में स्थायी मत्स्य प्रबंधन के प्रति भारत की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का प्रमाण है

 

बिम्सटेक-भारत समुद्री अनुसंधान नेटवर्क (BIMReN)

शुरूआत :

  • बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (BIMSTEC) के तहत एक महत्वपूर्ण भारतीय पहल है
  • उद्देश्य : बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में समुद्री विज्ञान और नीली अर्थव्यवस्था (Blue Economy) में सहयोग को बढ़ावा देना
  • घोषणा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2022 में कोलंबो बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान
  • शुरूआत : भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा 2024 में किया गया
  • प्रमुख लक्ष्य : समुद्री विज्ञान में सामूहिक अनुसंधान को मजबूत करना तथा बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में सतत नीली अर्थव्यवस्था सहयोग को बढ़ाना

कार्यप्रणाली और सहयोग के क्षेत्र :

  • BIMReN सदस्य देशों के बीच समुद्री अनुसंधान में संस्थागत सहयोग को मजबूत करने के लिए एक तंत्र के रूप में कार्य करता है।
  • संस्थागत सहयोग: यह नेटवर्क प्रमुख भारतीय अनुसंधान संस्थानों को अन्य बिम्सटेक देशों के संस्थानों के साथ जोड़ता है।
  • अनुदान और फेलोशिप: यह पहल ट्विनिंग अनुसंधान अनुदान (Twinning Research Grants) और स्प्लिट-साइट पीएचडी फेलोशिप (Split-site PhD Fellowships) के माध्यम से शोधकर्ताओं को सहयोग करने में सक्षम बनाती है।

केंद्र बिंदु:

  • समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का स्वास्थ्य (Ecosystem Health)
  • समुद्री चुनौतियाँ और उनके समाधान
  • अनुसंधान नवाचार और वैज्ञानिक नेटवर्क का निर्माण
  • क्षेत्र में सतत मत्स्य प्रबंधन को बढ़ावा देना

भारत की क्षेत्रीय नीतियों के साथ संरेखण :

  • BIMReN भारत की व्यापक विदेश नीति और समुद्री रणनीतियों का एक अभिन्न अंग है।

यह निम्नलिखित भारतीय पहलों के साथ संरेखित है:

  • पड़ोसी पहले (Neighbourhood First) नीति
  • एक्ट ईस्ट (Act East) नीति
  • इंडो-पैसिफिक विजन
  • सागर (SAGAR - Security and Growth for All in the Region) नीति

बिम्सटेक(BIMSTEC)

  • पूरा नाम: Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation
  • हिंदी नाम : बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग हेतु बंगाल की खाड़ी पहल
  • गठन : 6 जून 1997 को बैंकॉक घोषणा (Bangkok Declaration) के माध्यम से
  • मुख्यालय: ढाका, बांग्लादेश
  • महाद्वीप: दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया का क्षेत्रीय संगठन
  • उद्देश्य : बंगाल की खाड़ी से सटे या उस पर निर्भर देशों के बीच तेज आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति और साझा हितों के क्षेत्रों में तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देना
  • महत्व : यह सार्क (SAARC) और आसियान (ASEAN) के बीच एक सेतु (Bridge) का काम करता है, जो दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच संपर्क स्थापित करता है
  • यह भारत की 'पड़ोसी पहले' और 'एक्ट ईस्ट' नीतियों को जोड़ने वाला एकमात्र क्षेत्रीय समूह है।

बिम्सटेक के सदस्य देश :

  • दक्षिण एशिया (5 देश) : भारत, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका
  • दक्षिण पूर्व एशिया (2 देश): म्यांमार, थाईलैंड

सहयोग के मुख्य क्षेत्र :

  • व्यापार और निवेश (Trade & Investment)
  • परिवहन और कनेक्टिविटी (Transport & Connectivity)
  • ऊर्जा (Energy)
  • पर्यटन (Tourism)
  • कृषि (Agriculture)
  • गरीबी उन्मूलन (Poverty Alleviation)
  • जलवायु परिवर्तन और सार्वजनिक स्वास्थ्य (Climate Change & Public Health)

बिम्सटेक (BIMSTEC) की वर्तमान अध्यक्षता बांग्लादेश के पास है

  • अध्यक्षता की अवधि : 2025 से 2027 तक (अगले दो वर्षों के लिए)
  • पिछला अध्यक्ष : थाईलैंड
  • हस्तांतरण का कार्यक्रम : छठा बिम्सटेक शिखर सम्मेलन (बैंकॉक, थाईलैंड)
  • बांग्लादेश का फोकस : बिम्सटेक को अधिक समावेशी (Inclusive) और कार्रवाई-उन्मुख (Action-Oriented) बनाना

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