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भारत में रोजगार वृद्धि (2017-18 से 2023-24)

Mon 06 Oct, 2025

संदर्भ :

  • केन्‍द्र सरकार की युवा-केंद्रित नीतियों और विकसित भारत विजन के तहत भारत में रोजगार में वृध्दि दर्ज की गई है।

मुख्‍य बिन्‍दु :

  • भारत में रोजगार 2017-18 में 47.5 करोड़ से बढ़कर 2023-24 में 64.33 करोड़ हो गया है।
  • छह वर्षों में कुल 16.83 करोड़ नई नौकरियाँ सृजित हुईं।
  • बेरोजगारी दर 2017-18 में 6.0% से घटकर 2023-24 में 3.2% रह गई है।
  • पिछले सात वर्षों में 1.56 करोड़ महिलाएँ औपचारिक कार्यबल में शामिल हुई हैं।

श्रम भागीदारी दर (Labour Force Participation Rate – LFPR) (15+ वर्ष) :

  • 2017-18: 49.8%
  • 2023-24: 60.1%
  • अगस्त 2025: 55% (जून में 54.2%)
  • क्या बताता है: काम करने या काम खोजने वाले लोगों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है।
  • निष्कर्ष: भारत का श्रम बाजार अब अधिक सक्रिय और रोजगार के अनुकूल बन गया है।

रोजगार दर (Work Participation Rate – WPR) (15+ वर्ष) :

  • 2017-18: 46.8%
  • 2023-24: 58.2%
  • अगस्त 2025: 52.2% (जून में 51.2%)
  • क्या बताता है: अधिक लोग वास्तव में रोजगार पा रहे हैं।
  • निष्कर्ष: ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों से रोजगार में मजबूत योगदान।

कुल बेरोज़गारी दर (Unemployment Rate – UR) :

  • 2017-18: 6.0%
  • 2023-24: 3.2%
  • अगस्त 2025: ग्रामीण UR 4.3%, शहरी पुरुष UR 5.9%
  • क्या बताता है: बेरोज़गारी में बड़ी गिरावट हुई है।
  • निष्कर्ष: अधिक लोग उत्पादक रोजगार में शामिल हो रहे हैं।

युवा बेरोज़गारी दर (Youth Unemployment Rate) :

  • 2017-18: 17.8%
  • 2023-24: 10.2%
  • क्या बताता है: यह वैश्विक औसत (13.3%) से कम है।
  • निष्कर्ष: युवा-केंद्रित सरकारी नीतियाँ सफल रही हैं।

महिला श्रम भागीदारी दर (Female Labour Force Participation Rate – Female LFPR) :

  • 2017-18: 23.3%
  • 2023-24: 41.7%
  • अगस्त 2025: 33.7% (जुलाई में 33.3%)
  • क्या बताता है: महिलाओं की कार्यबल में भागीदारी लगभग दोगुनी हो गई है।
  • निष्कर्ष: यह समावेशी और विविध कार्यबल का संकेत है।

स्वरोजगार का हिस्सा (Self-Employment Share) :

  • 2017-18: 52.2%
  • 2023-24: 58.4%
  • क्या बताता है: उद्यमिता और स्वतंत्र/गिग कार्य में रुचि बढ़ रही है।

अनौपचारिक श्रम का हिस्सा (Informal Sector Share) :

  • 2017-18: 24.9%
  • 2023-24: 19.8%
  • क्या बताता है: औपचारिक रोजगार और सामाजिक सुरक्षा कवरेज में वृद्धि।

नियमित वेतनभोगी की औसत मासिक आय (Average Monthly Income of Regular Wage/Salaried Employees) :

  • जुलाई-सितंबर 2017: ₹16,538
  • अप्रैल-जून 2024: ₹21,103
  • क्या बताता है: रोजगार की गुणवत्ता और आर्थिक स्थिरता में सुधार।

EPFO शुद्ध ग्राहक (Shuddh Formalisation in EPFO Subscribers) :

  • 2018-19: 61.12 लाख
  • 2024-25: 1.29 करोड़ से अधिक
  • जुलाई 2025 में नए ग्राहक: 21.04 लाख
  • विशेष तथ्य: 60% नए ग्राहक 18-25 वर्ष आयु वर्ग के हैं।
  • क्या बताता है: सामाजिक सुरक्षा कवरेज और संगठित क्षेत्र में विश्वास बढ़ा है।

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