28 September, 2025
पूर्णतः स्वदेशी 4G नेटवर्क स्टैक का उद्घाटन
Mon 29 Sep, 2025
संदर्भ :
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के झारसुगुड़ा से भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के पूर्णतः स्वदेशी 4G नेटवर्क स्टैक का उद्घाटन किया।
मुख्य बिन्दु :
- यह कदम भारत को विश्व के उन चुनिंदा पांच देशों की सूची में शामिल कर देता है जो अपनी स्वदेशी तकनीक से 4G सेवाएं प्रदान करने में सक्षम हैं।
- अन्य चार देश : डेनमार्क, स्वीडन, दक्षिण कोरिया और चीन
- इस लॉन्च के साथ ही लगभग 97,500 से अधिक 4G मोबाइल टावर देशभर में सक्रिय किए गए, जिनमें से 92,600 टावर BSNL की 4G तकनीक पर आधारित हैं।
- यह 4G नेटवर्क पूरी तरह से भारतीय तकनीक से तैयार किया गया है, जिसमें टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DoT), और तेजस नेटवर्क्स ने योगदान दिया है।
स्वदेशी 4G नेटवर्क का विकास और तकनीकी विवरण :
- भारत का यह स्वदेशी 4G स्टैक एक पूर्ण 'नेटवर्क स्टैक' है, जिसमें रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN), कोर नेटवर्क और एकीकरण शामिल हैं।
- इसका विकास 2020 में शुरू हुआ, जब BSNL ने विदेशी उपकरणों के बजाय स्वदेशी विकल्प चुनने का साहसिक निर्णय लिया।
- 22 महीनों के रिकॉर्ड समय में इसे विकसित किया गया, जो वैश्विक मानकों पर खरा उतरता है।
लागु क्षेत्र और लाभार्थी :
- इस नेटवर्क विस्तार के तहत करीब 26,700 से अधिक गांवों को कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी, जिनमें से 2,472 गांव ओडिसा में शामिल हैं
- इससे नक्सल प्रभावित और सीमावर्ती इलाके भी जुड़े जाएंगे, जो अब तक डिजिटल कनेक्टिविटी की चुनौतियों का सामना कर रहे थे
- BSNL के मौजूदा ग्राहकों को इससे उच्च गति और विश्वसनीय इंटरनेट सेवा का लाभ मिलेगा, जिससे डिजिटल समावेशन बढ़ेगा।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि :
- भारत की दूरसंचार प्रगति में शुरुआत से ही विदेशी तकनीक पर निर्भरता रही, खासकर 2G और 3G के दौर में।
- 4G से आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाए गए और भारत ने स्वदेशीकरण को बढ़ावा दिया।
- 2020 में BSNL ने राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से Huawei जैसे विदेशी विक्रेताओं से दूरी बनाई और स्वदेशी समाधान पर ध्यान केंद्रित किया।
- G20 शिखर सम्मेलन (2023) में भारत ने अपना स्वदेशी टेलीकॉम स्टैक (India Telecom Stack) प्रदर्शित किया, जिसे 18 देशों ने अपनाने में रुचि दिखाई।
- BSNL की 25वीं वर्षगांठ (2025) के अवसर पर इसका लॉन्च हुआ, जिसे एक ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक कदम माना गया।
वैश्विक संदर्भ: विश्व के पांच देश :
स्वदेशी 4G तकनीक विकसित करने वाले देश सीमित हैं, क्योंकि यह उच्च-तकनीकी और महंगा है। भारत अब इस 'एलीट क्लब' में शामिल हो गया है:
क्रमांक | देश | प्रमुख कंपनी/विकास |
1 | डेनमार्क | Nokia (भूमध्यरेखीय) |
2 | स्वीडन | Ericsson |
3 | दक्षिण कोरिया | Samsung |
4 | चीन | Huawei |
5 | भारत | BSNL + TCS + Tejas + C-DOT |
- ये देश न केवल सेवाएं देते हैं बल्कि उपकरण निर्यात भी करते हैं।
- भारत का स्टैक सस्ता (11 सेंट/GB डेटा दर) और सुरक्षित है, जो विकासशील देशों के लिए आकर्षक है।