22 September, 2025
धानमंत्री मित्र (PM MITRA) पार्क की आधारशिला
Thu 18 Sep, 2025
संदर्भ :
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2025 को मध्य प्रदेश के धार जिले के भैंसला गाँव में देश के सबसे बड़े प्रधानमंत्री मित्र (PM MITRA) पार्क की आधारशिला रखी।
मुख्य बिन्दु :
- पीएम मित्र पार्क का पूरा नाम "प्रधानमंत्री मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल पार्क" है।
- यह परियोजना भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
- यह पार्क लगभग 2158 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जाएगा, जो अन्य राज्यों में प्रस्तावित पार्कों की तुलना में सबसे बड़ा है।
- इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने "स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार एवं पोषण अभियान" का भी शुभारंभ किया और "सुमन सखी चैटबॉट" को लॉन्च किया।
- मंत्रालय: केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय (वर्ष 2021 में प्रारंभ)
- विजन: 5F सूत्र- फार्म टू फाइबर टू फैक्टरी टू फैशन टू फॉरेन
- उद्देश्य: एकीकृत, आधुनिक, बड़े पैमाने के औद्योगिक पार्क स्थापित करना; लॉजिस्टिक लागत घटाना और प्रतिस्पर्द्धा बढ़ाना
- अवधि: वर्ष 2021-22 से वर्ष 2027-28
- कार्यान्वयन एजेंसी: केंद्र और राज्य सरकारों की ‘जॉइंट स्पेशल पर्पस व्हीकल’ (SPV)
पात्रता एवं चयन मानदंड :
- राज्यों को कम-से-कम 1,000 एकड़ की संलग्न भूमि उपलब्ध करानी होगी
- राज्य की वस्त्र और औद्योगिक नीतियों के साथ संरेखण।
- निवेश आकर्षित करने और नीतिगत स्थिरता सुनिश्चित करने की क्षमता
आर्थिक प्रभाव :
- रोजगार सृजन: 3 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार। विशेषकर महिलाओं और युवाओं के लिए, जो टेक्सटाइल सेक्टर में प्रमुख हैं।
- निवेश: 114 प्रमुख टेक्सटाइल कंपनियों से 23,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त। कुल निवेश 23,146 करोड़ रुपये होने का अनुमान।
- किसानों को लाभ: कॉटन किसानों को कच्चे माल के बजाय तैयार उत्पादों से बेहतर मूल्य मिलेगा। मालवा-निमाड़ के 6 लाख किसान सीधे लाभान्वित होंगे।
- एक्सपोर्ट बूस्ट: विश्व बाजार में भारतीय टेक्सटाइल की हिस्सेदारी बढ़ेगी। मध्य प्रदेश को मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करेगा।
- राज्य की जीडीपी: टेक्सटाइल सेक्टर को नई ऊर्जा मिलेगी, जो राज्य की अर्थव्यवस्था में 10-15% योगदान दे सकता है।
पीएम मित्र पार्क योजना का पृष्ठभूमि :
- पीएम मित्र पार्क योजना केंद्र सरकार द्वारा 2021 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य देश में सात स्थानों पर विश्व-स्तरीय टेक्सटाइल हब विकसित करना है।
- ये स्थान मध्य प्रदेश (धार), तेलंगाना, गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में हैं।
- योजना का फोकस "कॉटन से क्लोथिंग तक" (Cotton to Clothing) की पूरी वैल्यू चेन को एकीकृत करना है, जिसमें कच्चे माल की खेती, स्पिनिंग, वीविंग, प्रोसेसिंग, गारमेंटिंग और एक्सपोर्ट शामिल हैं।