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APEDA ने BHARATI नामक पहल की शुरूआत की

Wed 03 Sep, 2025

संदर्भ :

  • कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने 2 सितंबर 2025 को अपनी नई पहल ‘भारती’(Bharat’s Hub for Agritech, Resilience, Advancement and Incubation for Export Enablement/ – BHARATI) शुरू की।

पहल का उद्देश्य :

  • आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल, डिजिटल इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया के विज़न के अनुरूप
  • 100 एग्री-फूड और एग्री-टेक स्टार्टअप्स को सशक्त बनाना
  • नवाचार को बढ़ावा देना और युवा उद्यमियों के लिए नए निर्यात अवसर तैयार करना

घोषणा :

  • फूड एंड बेवरेज सेक्टर स्टेकहोल्डर्स मीटिंग में लॉन्च
  • अध्यक्षता : केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल
  • विज़न : 2030 तक $50 बिलियन एग्री-फूड निर्यात

साझेदारी :

  • APEDA राज्य कृषि बोर्ड, कृषि विश्वविद्यालय, IIT–NIT, उद्योग संगठन और मौजूदा एक्सेलरेटर्स के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को मज़बूत करेगा

मुख्य सुविधाएं :

  • स्टार्टअप्स को इनोवेटिव टेक्नोलॉजी और उत्पाद विकास के लिए समर्थन प्रदान किया जाएगा।
  • निर्यात के लिए आवश्यक गुणवत्ता नियंत्रण, यूरोपीय संघ और अन्य बाजारों के मिलान मानकों पर जोर दिया जाएगा।
  • डिजिटल प्लेटफॉर्म और डाटा एनालिटिक्स का उपयोग करके कृषि निर्यात प्रक्रिया को और मजबूत बनाया जाएगा।

भारत की कृषि निर्यात नीति में भूमिका :

  • भारती पहल भारत की कृषि निर्यात नीति के तहत निर्यात संवर्धन के लिए एक क्रांतिकारी कदम है।
  • यह नीति किसानों, निर्यातकों और निर्यात संवर्धक संस्थाओं के लिए एक व्यापक रोडमैप प्रदान करती है।

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA)

  • भारत सरकार का एक शीर्ष निकाय है, जो कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है
  • स्थापना : कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण अधिनियम, 1985 के तहत, 1986 में
  • मंत्रालय : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
  • मुख्यालय : नई दिल्ली
  • कार्य: कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना, गुणवत्ता नियंत्रण, निर्यातकों को वित्तीय सहायता प्रदान करना, और कृषि निर्यात के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करना

कार्यक्षेत्र :

  • फल और सब्जियां: ताजा और प्रसंस्कृत फल-सब्जियां।
  • मांस और डेयरी उत्पाद: भैंस का मांस, दूध, घी, पनीर आदि।
  • समुद्री उत्पाद: झींगा, मछली, और कटलफिश।
  • मसाले: मिर्च, जीरा, हल्दी, सौंफ आदि।
  • अनाज: बासमती और गैर-बासमती चावल, गेहूं आदि।
  • जैविक उत्पाद: जैविक खाद्य और GI (भौगोलिक संकेतक) उत्पाद।
  • अन्य: शहद, मादक और गैर-मादक पेय, और मूल्यवर्धित खाद्य उत्पाद
  • संरचना: इसमें केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त अध्यक्ष, कृषि विपणन सलाहकार, नीति आयोग का प्रतिनिधि, संसद के सदस्य, और विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं

उपलब्धियां (वित्त वर्ष 2024-25) :

  • जुलाई 2025 तक, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात लगभग 49.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया, जिसमें प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात का लगभग 20.4% हिस्सा था
  • डेयरी निर्यात: 80% की वृद्धि के साथ 492.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर
  • मसाले निर्यात: मेहसाणा (गुजरात) से 4.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मसाले निर्यात
  • वैश्विक पहुंच: एशिया (58%), ग्लोबल साउथ (75%), और यूरोप (12.6%) प्रमुख बाजार

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