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‘रेमन मैग्सेसे पुरस्कार 2025’

Tue 02 Sep, 2025

संदर्भ :

  • एशिया का नोबेल कहलाने वाले ‘रेमन मैग्सेसे पुरस्कार 2025’ की घोषणा 31 अगस्त को फिलीपींस में हुई।

मुख्‍य बिन्‍दु :

इस वर्ष तीन विजेताओं को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया जाएगा

1 एजुकेट गर्ल्स (भारत) :

  • भारत की गैर-लाभकारी संस्था 'एजुकेट गर्ल्स' को ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा में लैंगिक अन्याय को दूर करने के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
  • यह संगठन परिवारों, समुदायों और समाज को सशक्त बनाने का कार्य करता है। यह पहला अवसर है जब कोई भारतीय संगठन इस पुरस्कार को प्राप्त करने में सफल हुआ है

2. शाहिना अली (मालदीव) :

  • शाहिना अली को प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई और मालदीव के समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने के उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया जाएगा।
  • उनका कार्य पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान

3. फ्लावियो "फ्लावी" विलानुएवा (फिलीपींस):

  • एक मानवाधिकार कार्यकर्ता और पादरी, जिन्होंने डुटेर्टे प्रशासन की ड्रग्स के खिलाफ युद्ध के दौरान प्रभावित परिवारों की सहायता की।
  • उनके कार्य ने सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों के लिए जागरूकता बढ़ाई।

पुरस्कार समारोह का आयोजन :

  • 7 नवंबर, 2025 को मनीला, फिलीपींस के मेट्रोपॉलिटन थिएटर में आयोजित किया जाएगा, जहाँ इन तीनों विजेताओं को पुरस्कार से आधिकारिक रूप से सम्मानित किया जाएगा।

रेमन मैग्सेसे पुरस्कार

  • एशिया का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है।
  • स्थापना : 1957 में रॉकफेलर ब्रदर्स फंड और फिलीपींस सरकार द्वारा
  • सम्मान : फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे के, निष्ठा और जनसेवा में उल्लेखनीय योगदान दिया था
  • प्रथम पुरस्‍कार का आयोजन : 1958(पांच व्यक्तियों और एक संगठन को सम्मानित किया गया था)
  • उद्देश्य: रेमन मैग्सेसे के मूल्यों—साहसपूर्ण जनसेवा, लोकतांत्रिक आदर्शवाद, और शासन में निष्ठा—को बढ़ावा देना

श्रेणियां (1958-2008):

  • सरकारी सेवा
  • सार्वजनिक सेवा
  • सामुदायिक नेतृत्व
  • पत्रकारिता, साहित्य और रचनात्मक संचार कला
  • शांति और अंतर्राष्ट्रीय समझ
  • उभरता नेतृत्व (40 वर्ष से कम आयु के लिए)

नोट : 2009 से, उभरता नेतृत्व को छोड़कर, श्रेणियां हटा दी गईं, और पुरस्कार असाधारण योगदान के आधार पर दिए जाते हैं।

  • पुरस्कार में शामिल: प्रमाणपत्र, रेमन मैग्सेसे की उभरी हुई छवि वाला पदक, और नकद राशि।
  • पात्रता: एशिया में जन्मे या कार्यरत व्यक्ति/संगठन, रंग, पंथ, लिंग, या राष्ट्रीयता की परवाह किए बिना।
  • चयन प्रक्रिया: रेमन मैग्सेसे अवार्ड फाउंडेशन द्वारा गहन मूल्यांकन।

प्रमुख भारतीय विजेता :

  • 2019: रवीश कुमार (पत्रकार)- निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए
  • 2018: सोनम वांगचुक (पर्यावरण कार्यकर्ता)- शिक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण में योगदान के लिए
  • 2006: अरविंद केजरीवाल (राजनेता)- सामाजिक सुधार और पारदर्शिता के लिए
  • 2000: अरुणा रॉय (आर.टी.आई. कार्यकर्ता)- सूचना के अधिकार को बढ़ावा देने के लिए
  • 1994: किरण बेदी (पूर्व आईपीएस अधिकारी)- सामाजिक सुधार और पुलिस सेवा में योगदान के लिए
  • 1982: अरुण शौरी (पत्रकार)- पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए
  • 1967: सत्यजित राय (फिल्म निर्माता)- सिनेमाई कला में योगदान के लिए
  • 1965: जयप्रकाश नारायण (राजनेता)- सामाजिक एवं राजनीतिक सुधार के लिए
  • 1962: मदर टेरेसा (सामाजिक कार्यकर्ता)- गरीबों की सेवा के लिए

फाउंडेशन टु एडुकेट गर्ल्स ग्लोबली (Educate Girls)

  • भारत का एक प्रमुख गैर-लाभकारी संगठन है
  • स्थापना : 2007, सफीना हुसैन द्वारा
  • मुख्यालय : राजस्थान
  • प्रमुख उद्देश्य : ग्रामीण व पिछड़े क्षेत्रों की लड़कियों को शिक्षा से जोड़ना, स्कूल ड्रॉपआउट्स का पुनः नामांकन करवाना और शिक्षा में बने रहने के लिए जागरूकता बढ़ाना
  • संस्था ने “टीम बालिका” नाम वाली स्वयंसेवकों की टीम बनाई है, जो 23,000 से अधिक गांवों में सक्रिय है
  • Educate Girls ने “प्रगति” नामक मुक्त विद्यालय कार्यक्रम शुरू किया है, जिससे 15 से 29 वर्ष की युवतियों को ओपन स्कूलिंग के जरिए शिक्षा पूरी करने और आजीविका के मौके पाने का अवसर मिलता है।

उपलब्धियां :

  • 20 लाख से अधिक लड़कियों का स्कूल में पुनः नामांकन और शिक्षा को बनाए रखना
  • भारत के 4 राज्यों के 85 से अधिक जिलों में सक्रियता
  • विश्‍व का प्रथम डेवलपमेंट इम्पैक्ट बॉन्ड” (DIB) लागू किया, जिससे शिक्षा क्षेत्र में परिणामों पर आधारित वित्त पोषण का मॉडल बना

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