2030 तक पेट्रोल में 27% एथेनॉल मिश्रण (E27) का लक्ष्य
 
  • Mobile Menu
HOME BUY MAGAZINEnew course icon
LOG IN SIGN UP

Sign-Up IcanDon't Have an Account?


SIGN UP

 

Login Icon

Have an Account?


LOG IN
 

or
By clicking on Register, you are agreeing to our Terms & Conditions.
 
 
 

or
 
 




2030 तक पेट्रोल में 27% एथेनॉल मिश्रण (E27) का लक्ष्य

Wed 27 Aug, 2025

भारत सरकार ने 2030 तक पेट्रोल में 27% एथेनॉल मिश्रण (E27) का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। यह कदम भारत की ऊर्जा सुरक्षा, किसान कल्याण और पर्यावरणीय स्थिरता को सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ी पहल है।

एथेनॉल मिश्रण क्या है?

  • एथेनॉल एक जैविक ईंधन (biofuel) है, जिसे गन्ना, मक्का और अधिशेष खाद्यान्नों से बनाया जाता है। इसे पेट्रोल में मिलाकर ईंधन बनाया जाता है जो कम प्रदूषण करता है और जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता को घटाता है।

उदाहरण: E5 = 5% एथेनॉल + 95% पेट्रोल

E27 = 27% एथेनॉल + 73% पेट्रोल

 

एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (EBP) कार्यक्रम का अवलोकन:

पहल विवरण
प्रारंभ वर्ष 2003 में
प्रारंभिक लक्ष्य 5% एथेनॉल मिश्रण (E5)
वर्तमान लक्ष्य 2025 तक E20, और अब 2030 तक E27
संबंधित मंत्रालय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG)
कार्यान्वयन एजेंसियां OMCs, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग, कृषि मंत्रालय
  • वाहनों से उत्सर्जन कम करके पर्यावरण सुरक्षा
  • किसानों को फसल का स्थायी बाज़ार और आय में स्थिरता
  • कृषि अवशेषों से द्वितीय पीढ़ी (2G) एथेनॉल का उत्पादन

E27 एथेनॉल मिश्रण के लाभ:

  1. ऊर्जा सुरक्षा: भारत अपनी 88% कच्चे तेल की आवश्यकता आयात करता है। एथेनॉल मिश्रण से विदेशी तेल पर निर्भरता घटेगी।
  2. पर्यावरणीय लाभ: एथेनॉल से कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन उत्सर्जन में कमी आती है, जिससे स्वच्छ वायु और Net Zero 2070 लक्ष्य में मदद मिलती है।
  3. किसान कल्याण: गन्ना और मक्का की स्थायी मांग से किसानों को लाभ।
  4. ₹1.2 लाख करोड़ रुपये पिछले 10 वर्षों में किसानों को एथेनॉल खरीद से प्राप्त हुए।
  5. ग्रामीण औद्योगिक विकास: ग्रामीण क्षेत्रों में डिस्टिलरी से रोजगार सृजन और स्थानीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि।
  6. सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा: पराली और कृषि अपशिष्ट से 2G एथेनॉल बनाना — इससे पराली जलाने की समस्या भी हल होती है।

सरकारी योजनाएं व पहलें:

योजना / पहल उद्देश्य
PM-JI-VAN योजना कृषि अपशिष्ट से 2G एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देना
SATAT योजना CBG (Compressed Bio-Gas) को वैकल्पिक ईंधन के रूप में बढ़ावा देना
राष्ट्रीय जैव ऊर्जा मिशन जैव ईंधन और बायोमास आधारित ऊर्जा को बढ़ावा
ब्याज सब्सिडी योजना एथेनॉल संयंत्रों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता
राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति 2018 (संशोधित 2022) 2025 तक E20 और 2030 तक E27 लक्ष्य निर्धारित
OMC द्वारा एथेनॉल खरीद समझौते एथेनॉल की तय दर पर डिस्टिलरी से खरीद

 

प्रमुख चुनौतियां:

  • कच्चे माल की उपलब्धता: खाद्यान्न सुरक्षा के साथ संतुलन बनाना
  • मूल्य अस्थिरता: उत्पादक और कंपनियों दोनों के लिए आकर्षक मूल्य निर्धारण
  • तकनीकी विकास: 2G एथेनॉल उत्पादन अभी महंगा और सीमित है

निष्कर्ष:

2030 तक पेट्रोल में 27% एथेनॉल मिश्रण (E27) का लक्ष्य भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता, किसान हित, और जलवायु प्रतिबद्धताओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे भारत न केवल विदेशी मुद्रा की बचत करेगा, बल्कि स्थायी विकास और ग्रामीण सशक्तिकरण को भी मजबूती देगा।

Latest Courses