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ULPGM-V3 मिसाइल का सफल परीक्षण

Mon 28 Jul, 2025

संदर्भ :

  • रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने आंध्र प्रदेश के कुरनूल में नेशनल ओपन एरिया रेंज (NOAR) में UAV-प्रक्षेपित सटीक निर्देशित मिसाइल (ULPGM)-V3 का सफल उड़ान परीक्षण किया।

मुख्‍य बिन्‍दु :

  • यह उपलब्धि भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और आधुनिक युद्ध में ड्रोन-आधारित सटीक हथियारों को शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

परीक्षण का विवरण :

  • स्थान और तिथि: 25 जुलाई 2025, NOAR, कुरनूल, आंध्र प्रदेश। NOAR एक 2,200 एकड़ का इलेक्ट्रॉनिक युद्ध परीक्षण केंद्र है।
  • मिसाइल और यूएवी: ULPGM-V3 को न्यूस्पेस रिसर्च एंड टेक्नोलॉजीज (बेंगलुरु) के स्वदेशी यूएवी से प्रक्षेपित किया गया। यह ULPGM-V2 का उन्नत संस्करण है।
  • उद्योग सहभागिता: अडानी डिफेंस, भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL), और 30 MSMEs/स्टार्टअप्स ने योगदान दिया।

तकनीकी विशेषताएँ:

  • हाई-डेफिनिशन डुअल-चैनल सीकर: इमेजिंग इन्फ्रारेड (IIR) और S-बैंड RF सीकर, दिन-रात संचालन के लिए।
  • रेंज: दिन में 4 किमी, रात में 2.5 किमी
  • प्रणोदन: डुअल-थ्रस्ट सॉलिड प्रणोदन इकाई।
  • वॉरहेड विकल्प:
  • एंटी-आर्मर: RHA और ERA से लैस वाहनों के लिए
  • पेनेट्रेशन-कम-ब्लास्ट: बंकर-रोधी।
  • प्री-फ्रैगमेंटेशन: उच्च घातकता क्षेत्र
  • टू-वे डेटालिंक: प्रक्षेपण के बाद लक्ष्य अपडेट
  • हल्का डिज़ाइन: 12.5 किग्रा, टपस-बीएच और आर्चर एनजी के साथ संगत

रणनीतिक महत्व :

  • आधुनिक युद्ध: ड्रोन मिसाइल उपयोग में 300% वृद्धि (RUSI, 2023)। ULPGM-V3 कम ऊंचाई पर सटीक हमलों को सक्षम बनाता है।
  • जोखिम में कमी: सैनिकों को जोखिम भरे क्षेत्रों में तैनात किए बिना हमले।
  • लागत-प्रभावी: स्वदेशी, 'फायर-एंड-फॉरगेट' हथियार

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) :

विषय विवरण
गठन वर्ष 1958
उद्देश्य भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी आत्मनिर्भरता एवं आधुनिकिकरण
कार्य क्षेत्र आयुध, मिसाइल, वैमानिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, जीवन विज्ञान इत्यादि
प्रमुख उपलब्धियां मिसाइलें, लड़ाकू विमान, रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियाँ आदि
स्थापना दिवस 1 जनवरी
वर्तमान अध्‍यक्ष डॉ. समीर वी. कामत

 

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