04 August, 2025
राष्ट्रीय सिकल सेल मिशन के तहत उपलब्धियां
Tue 22 Jul, 2025
संदर्भ :
- राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन, जो कि 1 जुलाई 2023 को शहडोल (मध्य प्रदेश) में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया था, ने अब तक उल्लेखनीय प्रगति की है।
मुख्य बिन्दु :
अब तक की प्रगति (जुलाई 2025 तक) :
घटक | उपलब्धि |
लक्षित जनसंख्या |
7 करोड़ लोग |
अब तक जांच | 6 करोड़ लोग (≈ 86%) |
पुष्टि हुए रोगी | 2.15 लाख |
सिकल सेल कैरियर | 16.7 लाख |
जारी स्वास्थ्य कार्ड | 2.6 करोड़ |
प्रमुख राज्यवार स्थिति :
- उच्च प्रदर्शन करने वाले राज्य (Screening % के अनुसार) : मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक, उत्तराखंड
- सबसे अधिक मामलों की पुष्टि : ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में
प्रौद्योगिकी व निगरानी प्रणाली
पहल | विवरण |
POCT किट्स (Point-of-Care Testing) | प्रमाणित, त्वरित और विश्वसनीय जांच प्रणाली |
डैशबोर्ड और पोर्टल |
सभी राज्यों से आंकड़ों का एकीकरण और रियल टाइम निगरानी |
राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन
शुभारंभ :
- तिथि: 1 जुलाई 2023
- स्थान: शहडोल, मध्य प्रदेश
- शुभारंभकर्ता: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
उद्देश्य :
- वर्ष 2047 तक भारत से सिकल सेल एनीमिया को पूरी तरह समाप्त करना
- 0 से 40 वर्ष के आयु वर्ग के 7 करोड़ लोगों की सार्वभौमिक जांच (Universal Screening) करना
- प्रभावित जनजातीय क्षेत्रों में जागरूकता, परामर्श, और उपचार सेवाएं प्रदान करना
लक्ष्य वर्ष :
- वित्त वर्ष 2025-26 तक 7 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग पूरी करना
- 2047 तक पूर्ण उन्मूलन
प्रमुख घटक :
- Screening (जांच)
- Counseling (परामर्श)
- Treatment (उपचार)
- Awareness (जागरूकता अभियान)
- Health Card वितरण
- SCD पोर्टल और डिजिटल डैशबोर्ड
सेल एनीमिया
- एक आनुवांशिक (Genetic) रक्त विकार हैजो लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है
- विशेष रूप से प्रभावित : आदिवासी वर्ग
- सिकल सेल एनीमिया में शरीर की लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells - RBCs) सामान्य गोल आकृति के बजाय हंसिए (सिकल या अर्द्धचंद्र) के आकार की हो जाती हैं।
- इससे रक्त का प्रवाह अवरुद्ध होता है और शरीर के अंगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित होती है।
मुख्य कारण :
- यह रोग वंशानुगत (hereditary) होता है, यानी माता-पिता से संतान को मिलता है।
- जब दोनों माता-पिता में सिकल जीन होता है, तभी संतान को यह रोग होता है।
लक्षण (Symptoms) :
- बार-बार होने वाला अस्थि दर्द
- थकान और कमजोरी
- पीलिया (Jaundice)
- सांस की तकलीफ
- बच्चों में कद-काठी का धीमा विकास
- संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशीलता
- भारत में सिकल सेल रोग के मामले में भारत नाइजीरिया और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के बाद विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है।