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राष्ट्रीय सिकल सेल मिशन के तहत उपलब्धियां

Tue 22 Jul, 2025

संदर्भ :

  • राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन, जो कि 1 जुलाई 2023 को शहडोल (मध्य प्रदेश) में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया था, ने अब तक उल्लेखनीय प्रगति की है।

मुख्‍य बिन्‍दु :

अब तक की प्रगति (जुलाई 2025 तक) :

 

घटक उपलब्धि

लक्षित जनसंख्या

7 करोड़ लोग
अब तक जांच 6 करोड़ लोग (≈ 86%)
पुष्टि हुए रोगी 2.15 लाख
सिकल सेल कैरियर 16.7 लाख
जारी स्वास्थ्य कार्ड 2.6 करोड़

 

 

 

 

 

प्रमुख राज्यवार स्थिति :

  • उच्च प्रदर्शन करने वाले राज्य (Screening % के अनुसार) : मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक, उत्तराखंड
  • सबसे अधिक मामलों की पुष्टि : ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में

प्रौद्योगिकी व निगरानी प्रणाली

 

पहल विवरण
POCT किट्स (Point-of-Care Testing) प्रमाणित, त्वरित और विश्वसनीय जांच प्रणाली

डैशबोर्ड और पोर्टल 

सभी राज्यों से आंकड़ों का एकीकरण और रियल टाइम निगरानी

 

 

राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन

शुभारंभ :

  • तिथि: 1 जुलाई 2023
  • स्थान: शहडोल, मध्य प्रदेश
  • शुभारंभकर्ता: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी

उद्देश्य :

  • वर्ष 2047 तक भारत से सिकल सेल एनीमिया को पूरी तरह समाप्त करना
  • 0 से 40 वर्ष के आयु वर्ग के 7 करोड़ लोगों की सार्वभौमिक जांच (Universal Screening) करना
  • प्रभावित जनजातीय क्षेत्रों में जागरूकता, परामर्श, और उपचार सेवाएं प्रदान करना

लक्ष्य वर्ष :

  • वित्त वर्ष 2025-26 तक 7 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग पूरी करना
  • 2047 तक पूर्ण उन्मूलन

प्रमुख घटक :

  • Screening (जांच)
  • Counseling (परामर्श)
  • Treatment (उपचार)
  • Awareness (जागरूकता अभियान)
  • Health Card वितरण
  • SCD पोर्टल और डिजिटल डैशबोर्ड

सेल एनीमिया

  • एक आनुवांशिक (Genetic) रक्त विकार हैजो लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है
  • विशेष रूप से प्रभावित : आदिवासी वर्ग
  • सिकल सेल एनीमिया में शरीर की लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells - RBCs) सामान्य गोल आकृति के बजाय हंसिए (सिकल या अर्द्धचंद्र) के आकार की हो जाती हैं।
  • इससे रक्त का प्रवाह अवरुद्ध होता है और शरीर के अंगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित होती है।

मुख्य कारण :

  • यह रोग वंशानुगत (hereditary) होता है, यानी माता-पिता से संतान को मिलता है।
  • जब दोनों माता-पिता में सिकल जीन होता है, तभी संतान को यह रोग होता है।

लक्षण (Symptoms) :

  • बार-बार होने वाला अस्थि दर्द
  • थकान और कमजोरी
  • पीलिया (Jaundice)
  • सांस की तकलीफ
  • बच्चों में कद-काठी का धीमा विकास
  • संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशीलता
  • भारत में सिकल सेल रोग के मामले में भारत नाइजीरिया और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के बाद विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है।

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