21 July, 2025
स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार, 2024-25
Fri 18 Jul, 2025
संदर्भ :
- राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 17 जुलाई, 2025 को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार, 2024-25 प्रदान किया।
मुख्य बिन्दु :
- कार्यक्रम का आयोजन : आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा
- यह सर्वेक्षण, विश्व का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण है
- थीम : "रिड्यूस, रियूज और रिसाइकिल"(अपशिष्ट प्रबंधन और स्थायी स्वच्छता पर जोर दिया गया)
- मूल्यांकन : कुल 4,500+ शहरों का 10 मापदंडों और 54 संकेतकों पर
- कुल पुरस्कार : 78, 4 अलग-अलग श्रेणियों में
- प्रमाणन: कचरा मुक्त शहर (GFC) रेटिंग 1 से 7 स्टार तक दी जाती है, जिसमें 7-स्टार सर्वोच्च है।
- नागरिक भागीदारी: सर्वेक्षण में नागरिकों की प्रतिक्रिया (सिटीजन वॉयस) का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसमें स्वच्छता ऐप्स और हेल्पलाइन के माध्यम से फीडबैक लिया गया।
- चार श्रेणियां : सुपर स्वच्छ लीग (10 लाख+ जनसंख्या), विशेष श्रेणी (गंगा शहर, छावनी बोर्ड, आदि), राज्य स्तरीय पुरस्कार, सफाई मित्र सुरक्षा एवं जनभागीदारी पुरस्कार
सुपर स्वच्छ लीग:
क्र.सं. | जनसंख्या श्रेणी | राज्य | शहर |
1. | 10 लाख से अधिक | मध्य प्रदेश | इंदौर |
2. | गुजरात | सूरत | |
3. | महाराष्ट्र | नवी मुंबई | |
4. | आंध्र प्रदेश | विजयवाड़ा | |
5. | 3-10 लाख | उत्तर प्रदेश | नोएडा |
6. | चंडीगढ़ | चंडीगढ़ | |
7. | कर्नाटक | मैसूरु | |
8. | मध्य प्रदेश | उज्जैन | |
9. | गुजरात | गांधीनगर | |
10. | आंध्र प्रदेश | गुंटूर | |
11. | 50,000 – 3 लाख | दिल्ली | नई दिल्ली (NDMC) |
12. | आंध्र प्रदेश | तिरुपति | |
13. | छत्तीसगढ़ | अंबिकापुर | |
14. | महाराष्ट्र | लोनावला | |
15. | 20,000 – 50,000 | महाराष्ट्र | वीटा |
16. | महाराष्ट्र | सासवड़ | |
17. | महाराष्ट्र | देओली प्रवरा | |
18. | राजस्थान | डूंगरपुर | |
19. | 20,000 से कम | महाराष्ट्र | पंचगनी |
20. | छत्तीसगढ़ | पाटन | |
21. | महाराष्ट्र | पन्हाला | |
22. | छत्तीसगढ़ | बिश्रामपुर | |
23. | मध्य प्रदेश | बुधनी |
- इंदौर: लगातार नौवें वर्ष भारत का सबसे स्वच्छ शहर रहा। इसने 7-स्टार कचरा मुक्त शहर (GFC) रेटिंग प्राप्त की और डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, स्रोत पृथक्करण, और 100% अपशिष्ट प्रसंस्करण में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
- सूरत: 7-स्टार GFC रेटिंग के साथ दूसरा स्थान। सूरत ने टिकाऊ अपशिष्ट प्रबंधन और नवोन्मेषी स्वच्छता पहलों में नेतृत्व दिखाया।
- नवी मुंबई: तीसरे स्थान पर, इसने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और नागरिक जागरूकता में बेहतर प्रदर्शन किया।
- विजयवाड़ा: इसने स्वच्छता और बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय सुधार दिखाया, जिसके कारण इसे सुपर स्वच्छ लीग में स्थान मिला।
सबसे स्वच्छ शहर (10 लाख से अधिक आबादी) :
- प्रथम: अहमदाबाद (गुजरात) - 7-स्टार GFC रेटिंग। अहमदाबाद ने अपशिष्ट न्यूनीकरण और रिसाइक्लिंग में नवाचारों के लिए प्रशंसा प्राप्त की।
- द्वितीय: भोपाल (मध्य प्रदेश) - ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता बुनियादी ढांचे में सुधार।
- तृतीय: लखनऊ (उत्तर प्रदेश) - 7-स्टार GFC रेटिंग, उत्तर प्रदेश का पहला शहर जिसने यह उपलब्धि हासिल की। लखनऊ ने डंपसाइट रीमेडिएशन और नागरिक भागीदारी में प्रगति दिखाई।
सबसे स्वच्छ गंगा शहर :
- प्रथम: प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) - महाकुंभ 2025 के लिए स्वच्छता प्रबंधन में नवोन्मेषी प्रयासों के लिए विशेष रूप से सम्मानित।
- अन्य उल्लेख: वाराणसी और हरिद्वार ने गंगा नदी के किनारे स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन में उल्लेखनीय कार्य किया।
सबसे स्वच्छ राज्य :
- उत्तर प्रदेश: सभी प्रमुख मापदंडों (सर्विस लेवल प्रोग्रेस, सर्टिफिकेशन, और सिटीजन वॉयस) में राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन। योगी आदित्यनाथ सरकार की स्वच्छता पहल, जैसे डंपसाइट रीमेडिएशन और अपशिष्ट प्रसंस्करण, ने इसे शीर्ष स्थान दिलाया।
- गुजरात: 8178/12500 अंकों के साथ दूसरा स्थान। सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा, और गांधीनगर जैसे शहरों ने राज्य की रैंकिंग को मजबूत किया।
विशेष श्रेणी पुरस्कार :
- स्वच्छ महाकुंभ 2025 पुरस्कार: उत्तर प्रदेश को महाकुंभ के दौरान टिकाऊ स्वच्छता पहल के लिए।
- सफाईमित्र सुरक्षित शहर: गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) को तीसरा स्थान, स्वच्छता कर्मचारियों की सुरक्षा और कल्याण के लिए।
- उभरता स्वच्छ शहर: आगरा (उत्तर प्रदेश) - स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन में उल्लेखनीय प्रगति।
- प्रोमाइसिंग स्वच्छ शहर: वडोदरा (गुजरात)।
- सर्वश्रेष्ठ राजधानी: चंडीगढ़ - ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में उत्कृष्ट प्रदर्शन।
अन्य उल्लेखनीय उपलब्धियाँ :
- कानपुर (उत्तर प्रदेश): पहली बार वाटर प्लस श्रेणी में शामिल, 10 लाख आबादी वाले शहरों में 13वां स्थान।
- नोएडा (उत्तर प्रदेश): 3-10 लाख आबादी श्रेणी में दूसरा स्थान, 5-स्टार GFC रेटिंग।
- गांधीनगर (गुजरात): सुपर स्वच्छ लीग में शामिल, स्वच्छता और नागरिक जागरूकता में बेहतर प्रदर्शन।
स्वच्छ सर्वेक्षण सामान्य जानकारी :
- भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया विश्व का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता और सफाई सर्वेक्षण है
- उद्देश्य: देश के कस्बों, शहरों और गांवों में स्वच्छता की स्थिति का आकलन करना और स्वच्छता के प्रति सभी नागरिकों में उत्साह व सहभागिता को बढ़ावा देना
- शुरुआत: पहली बार 2016 में शुरू किया गया, यह स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) का हिस्सा है, जिसे 2 अक्टूबर 2014 को लॉन्च किया गया था।
- आयोजन: यह सर्वे आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा Quality Council of India (QCI) के साझेदारी में कराया जाता है।
आधार: इसमें शहरों के प्रदर्शन का मूल्यांकन विभिन्न मानकों पर किया जाता है, जैसे—
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- कचरे का स्रोत पर पृथक्करण,
- गीला और सूखा कचरा प्रबंधन,
- ODF (Open Defecation Free) स्थिति,
- सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा,
- प्लास्टिक वेस्ट और रिसाइक्लिंग