21 July, 2025
प्रसंस्कृत आलू उत्पादन में अग्रणी राज्य : गुजरात
Tue 15 Jul, 2025
संदर्भ :
- प्रसंस्कृत आलू उत्पादन में गुजरात भारत में अग्रणी राज्य बन गया है।
मुख्य बिन्दु :
गुजरात में प्रसंस्कृत आलू उत्पादन: 2024-25 सीजन रिपोर्ट
गुजरात ने 2024–25 के आलू सीजन में कुल 48.59 लाख टन आलू का उत्पादन दर्ज किया, जिसमें फ्रेंच फ्राइज़ और वेफर्स जैसे प्रसंस्कृत उत्पादों के लिए उगाई गई विशेष किस्में भी शामिल हैं। राज्य का प्रसंस्कृत आलू खंड, कुल उत्पादन का 25% से अधिक हिस्सा है।
प्रसंस्करण अनुपात और उपयोग
- प्रसंस्कृत आलू उत्पादन का 60% हिस्सा वेफर निर्माण में और 40% हिस्सा फ्रेंच फ्राइज़ उत्पादन में उपयोग किया जाता है।
- शेष उत्पादन में कुफरी जैसी खाने योग्य किस्में शामिल हैं, जो घरेलू रसोई उपयोग के लिए उपयुक्त होती हैं।
प्रसंस्कृत आलू उत्पादन में प्रगति (2004–2025)
- 2004-05:
-
- क्षेत्रफल: केवल 4,000 हेक्टेयर
- उत्पादन: 1 लाख टन से भी कम
- 2024-25:
-
- क्षेत्रफल: 37,000 हेक्टेयर
- उत्पादन: 11.50 लाख टन
➡यह दस गुना उत्पादन वृद्धि और नौ गुना क्षेत्रफल वृद्धि को दर्शाता है।
गुजरात के प्रमुख आलू उत्पादक जिले :
1. बनासकांठा
- क्षेत्रफल (2024–25): 61,016 हेक्टेयर
- उत्पादन: 18.70 लाख टन
- उत्पादकता: 30.65 टन/हेक्टेयर
- पिछले वर्षों की तुलना:
-
- 2023–24: 52,089 हेक्टेयर से 15.62 लाख टन
- 2022–23: 53,548 हेक्टेयर से 15.79 लाख टन
2. साबरकांठा
- क्षेत्रफल: 37,999 हेक्टेयर
- उत्पादन: 12.97 लाख टन
- उत्पादकता: 34.13 टन/हेक्टेयर
3. अरावली
- क्षेत्रफल: 20,515 हेक्टेयर
- उत्पादन: 6.99 लाख टन
- उत्पादकता: 34.05 टन/हेक्टेयर
➡ इन तीनों जिलों ने मिलकर कुल 1.19 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में 38 लाख टन आलू का उत्पादन किया, जिसकी औसत उत्पादकता 32.36 टन/हेक्टेयर रही।
प्रसंस्करण-योग्य आलू की किस्में व उपयोग
गुजरात में प्रमुख प्रसंस्करण योग्य किस्मों में शामिल हैं:
- लेडी रोसेटा
- कुफरी चिप्सोना
- सैंटाना
इन किस्मों का उपयोग:
- फ्रोजन फूड प्रोसेसर
- त्वरित-सेवा रेस्टोरेंट (QSR chains)
- निर्यात, विशेषकर मध्य पूर्वी देशों को किया जाता है।
बुनियादी ढांचा एवं आपूर्ति श्रृंखला
गुजरात के उत्तर के जिले—बनासकांठा, साबरकांठा और अरावली—
- अत्याधुनिक कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं से सुसज्जित हैं।
- यह संरचना प्रसंस्कृत आलू उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला को सुचारु बनाए रखती है।
आलू :
- आलू (Solanum tuberosum) भारत की चौथी सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल है, जिसे "सब्जियों का राजा" भी कहा जाता है।
- सोलेनम ट्यूबरोसम
- कुल : सोलानेसी
- आलू की खेती भारत में लगभग 300 वर्षों से हो रही है। इसकी शुरुआत 17वीं शताब्दी में पुर्तगाली व्यापारियों द्वारा हुई
- मिट्टी: आलू के लिए बलुई दोमट या दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है, जिसकी जल निकासी अच्छी हो और PH 5.5 से 7.0 के बीच हो
- जलवायु: यह ठंडे मौसम की फसल है, जिसमें 17 से 19 डिग्री सेल्सियस तापमान उपयुक्त होता है.
- प्रमुख किस्में : कुफरी चिपसोना-5, कुफरी नीलकंठ, कुफरी हिमालिनी, कुफरी ज्योति, कुफरी सूर्य, कुफरी पुंखराज, कुफरी चंद्रमुखी, कुफरी गंगा, कुफरी लालिमा, कुफरी बहार
भारत में आलू अनुसंधान के लिए प्रमुख संस्था :
- केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (Central Potato Research Institute - CPRI), जो हिमाचल प्रदेश के शिमला में स्थित है।
- यह संस्थान 1949 में पटना, बिहार में स्थापित हुआ था और 1956 में शिमला स्थानांतरित किया गया।
- यह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) केअंतरगत काम करता है।
- CPRI के सात क्षेत्रीय रिसर्च केंद्र भी हैं: कुफरी (हिमाचल प्रदेश), मोदीपुरम (यूपी), जालन्धर (पंजाब), ग्वालियर (मध्य प्रदेश), पटना (बिहार), शिलांग (मेघालय), और ऊटाकामुंड (तमिलनाडु)
- उत्तर प्रदेश के आगरा में इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर (International Potato Center - CIP) का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किया गया है, जो आलू के क्षेत्र में शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है।
प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संस्था :
अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (International Potato Center - CIP)
- स्थापना: 1971
- मुख्यालय: लीमा, पेरू
- कार्य क्षेत्र: आलू, शकरकंद और एंडीज़ के जड़ों व कंदों पर अनुसंधान एवं विकास।
- उद्देश्य: बेहतर खाद्य एवं पोषण सुरक्षा, आर्थिक विकास, ग्रामीण किसान सशक्तिकरण तथा प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण।
- CIP, CGIAR के तहत एक प्रमुख अनुसंधान केंद्र है जो आलू अनुसंधान के वैश्विक नेतृत्व में काम करता है।
- भारत में CIP का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (CSARC) आगरा, उत्तर प्रदेश में स्थापित किया जा रहा है, जो भारत सहित नेपाल, बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों को उन्नत आलू प्रजनन, बीजोत्पादन और जलवायु-लचीली किस्में उपलब्ध कराएगा।
2. भारतीय कनेक्शन:
- CIP ने भारत के ICAR (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) के साथ 1975 से साझेदारी की है।
- भारत में केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (CPRI), शिमला CIP के साथ मिलकर कार्य करता है।
- हाल ही में आगरा में स्थापित होने वाला CIP का दक्षिण एशिया केंद्र इस क्षेत्र में आलू अनुसंधान और नवाचार को और मजबूत करेगा।
सारांश:
संस्था का नाम | मुख्यालय स्थान | कार्य क्षेत्र | भारत में उपस्थिति |
International Potato Center (CIP) | लीमा, पेरू | आलू, शकरकंद अनुसंधान और विकास | आगरा में दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (CSARC) स्थापित |
संदर्भ:
- ICAR-CPRI, शिमला में CIP के सहयोग में अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
- CIP की आधिकारिक वेबसाइट और CGIAR
- भारत में CIP का क्षेत्रीय केंद्र आगरा में