21 July, 2025
11वां मक्का शिखर सम्मेलन
Wed 09 Jul, 2025
संदर्भ :
- 11वें मक्का सम्मेलन (11th India Maize Summit) का आयोजन नई दिल्ली स्थित फिक्की फेडरेशन हाउस में किया गया।
मुख्य बिन्दु :
- आयोजनकर्ता: भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) और ICAR-भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (ICAR-IIMR) द्वारा संयुक्त रूप से
- उद्घाटन : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा
- उद्देश्य: मक्का की खेती को उत्पादक, टिकाऊ, और लाभकारी बनाना
- थीम: उत्पादकता, नवाचार, और व्यावसायिक उपयोग (विशेष रूप से इथेनॉल) पर केंद्रित
मक्का क्षेत्र की स्थिति :
- उत्पादन: 1990 के दशक में 10 मिलियन मीट्रिक टन से बढ़कर वर्ष 2025 में 42.3 मिलियन मीट्रिक टन
- लक्ष्य: 2047 तक 86 मिलियन टन और 2030 तक 65-70 मिलियन टन उत्पादन।
- उत्पादकता: वर्तमान में 3.7 टन/हेक्टेयर, जो वैश्विक मानकों से कम। बिहार और पश्चिम बंगाल अग्रणी
- वृद्धि: रकबा 31% (1.2 करोड़ हेक्टेयर) और उत्पादन 75% (4 करोड़ टन) बढ़ा।
- मांग-आपूर्ति: खपत (6.7%) उत्पादन (5.8%) से तेजी से बढ़ रही है।
- उपयोग: पोल्ट्री फीड (51%), इथेनॉल (18-20%), खाद्य और औद्योगिक उपयोग।
उत्तर प्रदेश त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम :
- पहल: उत्तर प्रदेश के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने पंचवर्षीय रणनीति की चर्चा की।
- विस्तार: 24 जिलों में 5,40,000 हेक्टेयर रकबा, उपग्रह सर्वेक्षणों से पुष्टि।
- उत्पादकता: 34 क्विंटल/हेक्टेयर, इस सीजन में 40 क्विंटल/हेक्टेयर की उम्मीद।
- औद्योगिक योगदान: 15 कंपनियां मक्का प्रसंस्करण में, बायोडिग्रेडेबल उत्पादों पर ध्यान।
- समर्थन: MSP पर खरीद और गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्धता
तकनीकी नवाचार और अनुसंधान :
- ICAR-IIMR: डॉ. एचएस जाट ने 2030 तक 65-70 मिलियन टन के लिए 8-9% वृद्धि का लक्ष्य रखा।
- उन्नत किस्में: रबी में 10-11 टन/हेक्टेयर, खरीफ में 7-8 टन/हेक्टेयर, 64-65% किण्वनीय स्टार्च।
- इथेनॉल रिकवरी: 38% से 42% तक बढ़ाने का लक्ष्य।
- तकनीक: ड्रोन, सटीक खेती, और जैविक खेती।
- FICCI और कॉर्टेवा: सुब्रतो गीद ने डिजिटल कृषि, सुदृढ़ बीज प्रणालियों, और सहयोगात्मक पारिस्थितिकी तंत्र पर जोर दिया।
बाजार विश्लेषण :
- यस बैंक: संजय वुप्पुलुरी ने मक्का को सबसे तेजी से बढ़ने वाली अनाज फसल बताया।
- वृद्धि: रकबा 31%, उत्पादन 75%।
- मांग-आपूर्ति अंतर: खपत 6.7%, उत्पादन 5.8%।
- उपभोक्ता: पोल्ट्री (51%), इथेनॉल (18%), खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा।
सरकारी नीतियां और समर्थन :
- विकसित कृषि संकल्प: प्रयोगशाला से खेत तक अनुसंधान।
- MSP और बीज: खरीद और गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्धता।
- इथेनॉल मिश्रण: E30 लक्ष्य।
- श्रीअन्न योजना: मक्का और मिलेट्स को बढ़ावा
मक्का (मकई) :
- मकई या कॉर्न भी कहा जाता है, विश्व की प्रमुख खाद्यान्न फसलों में से एक है।
- भारत में इसे "खाद्यान्न फसलों की रानी" के रूप में जाना जाता है।
- उत्पत्ति: मक्का की उत्पत्ति मध्य और दक्षिण अमेरिका (मेक्सिको) में, 10,000 वर्ष पूर्व
- भारत में प्रवेश: मक्का 16वीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा भारत लाई गई।
खेती और उत्पादन :
- जलवायु: गर्म और आर्द्र, खरीफ, रबी, और जायद मौसमों में उपयुक्त
- मिट्टी: दोमट, बलुई दोमट, pH 5.5-7.5
- प्रमुख राज्य: कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल।
- उत्पादकता: 3.7 टन/हेक्टेयर (वैश्विक औसत से
उपयोग :
- खाद्य: भुट्टे, आटा, पॉपकॉर्न, कॉर्नफ्लेक्स।
- पशु आहार: 51% उपयोग।
- औद्योगिक: स्टार्च, ग्लूकोज, बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक।
- जैव ईंधन: इथेनॉल (18-20%)।
- अन्य: भूसा और डंठल चारे और खाद के लिए।
पौष्टिकता :
- तत्व: कार्बोहाइड्रेट (70-75%), प्रोटीन (8-10%), विटामिन (A, B, E), खनिज।
- विशेषता: ग्लूटेन-मुक्त
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) :
- पूरा नाम: Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry/भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की)
- स्थापना: 1927 में महात्मा गांधी की सलाह पर
- संस्थापक: घनश्याम दास बिड़ला और पुरुषोत्तमदास ठाकुरदास
- मुख्यालय: नई दिल्ली