02 July, 2025
10वीं क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक
Wed 02 Jul, 2025
संदर्भ:
- 10वीं क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक (QFMM) का आयोजन 1 जुलाई 2025 को वाशिंगटन डीसी, अमेरिका में किया गया।
मुख्य बिन्दु :
- भाग लेने वाले सभी चार देशों के विदेश मंत्री : अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो, भारत के विदेश मंत्री सुभाष चंद्रमणि जयशंकर, जापान के विदेश मंत्री इवाया ताकेशी, और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग।
- बैठक की मेजबानी :अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो द्वारा
बैठक के दौरान चारों देशों ने विभिन्न पहलों की शुरूआत की गई :
‘क्वाड क्रिटिकल मिनरल्स इनिशिएटिव’ :
- यह पहल इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में आर्थिक अवसरों और समृद्धि को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है
उद्देश्य :
- महत्वपूर्ण खनिजों (Critical Minerals) की आपूर्ति श्रृंखला को सुरक्षित, विविध और टिकाऊ बनाना
- पहल ई-कचरे (electronic waste) से खनिजों की पुनर्प्राप्ति और पुनःप्रसंस्करण (re-processing)
- निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ावा देने और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाना
‘‘क्वाड-एट-सी शिप ऑब्जर्वर मिशन’’ :
- मिशन’ की शुरुआत 30 जून 2025 को भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के तटरक्षक बलों द्वारा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और सहयोग को बढ़ाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम के रूप में की गई
- यह मिशन सितंबर 2024 में विलमिंगटन घोषणा के तहत तय किए गए क्वाड नेताओं के दृष्टिकोण का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य एक स्वतंत्र, खुला, समावेशी और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करना है।
उद्देश्य:
- समुद्री सुरक्षा और निगरानी: मिशन का मुख्य लक्ष्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री डोमेन जागरूकता, परिचालन समन्वय और अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना है। यह समुद्री डकैती, मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध मछली पकड़ने और सीमा सुरक्षा उल्लंघनों जैसी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने पर केंद्रित है।
- क्षमता निर्माण: यह मिशन चारों क्वाड देशों के तटरक्षक बलों—भारतीय तटरक्षक (ICG), जापान तटरक्षक (JCG), संयुक्त राज्य तटरक्षक (USCG), और ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल (ABF)—के बीच सहयोग और विश्वास को मजबूत करता है।
संरचना:
- प्रत्येक देश से दो अधिकारी, जिनमें एक महिला अधिकारी शामिल है, अमेरिकी तटरक्षक पोत यूएससीजीसी स्ट्रैटन पर सवार होकर गुआम की ओर रवाना हुए हैं। इसके अलावा जुलाई 2025 में दूसरा समुद्री कानूनी संवाद (Maritime Legal Dialogue) आयोजित किया जाएगा। यह पहली बार है जब क्वाड देशों के तटरक्षक अधिकारी एक साझा समुद्री मिशन में एक ही जहाज पर कार्य कर रहे हैं।
- मिशन का संचालन ‘क्वाड कोस्ट गार्ड हैंडशेक’ के रूप में जाना जाता है, जो तटरक्षक बलों के बीच परिचालन तालमेल को बढ़ावा देता है।
भारत की भूमिका:
- भारत ने इस मिशन के माध्यम से अपनी समुद्री नीति ‘SAGAR’ (Security and Growth for All in the Region) और इंडो-पैसिफिक ओशन्स इनिशिएटिव (IPOI) को मजबूत किया है, जो समुद्री क्षेत्र के संरक्षण और सामूहिक प्रबंधन पर केंद्रित है।
- बैठक की अन्य बातें : -
- ‘समुद्री क्षेत्र जागरूकता के लिए भारत-प्रशांत साझेदारी’ (IPMDA) के तहत क्वाड देश समुद्री डाटा एकत्रीकरण, विश्लेषण प्रशिक्षण और क्षमताओं के विकास के लिए सहयोग को बढ़ा रहे हैं।
- इस वर्ष ‘MAITRI’ नामक एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय भागीदारों के साथ मिलकर समुद्री क्षमताओं की समीक्षा और विकास करना होगा।
- क्वाड देशों ने ऊर्जा सुरक्षा, आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन और पारदर्शी एवं सुरक्षित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को भी प्राथमिकता देने की बात कही।
- अक्टूबर 2025 में मुंबई में एक ‘क्वाड पोर्ट्स ऑफ द फ्यूचर पार्टनरशिप’ सम्मेलन आयोजित होगा, जो बंदरगाह और लॉजिस्टिक्स प्रथाओं पर चर्चा और निवेश को आकर्षित करने पर केंद्रित होगा।
- अमेरिका और भारत इस वर्ष एक ‘अंडरसी केबल्स फोरम’ की मेजबानी करेंगे, जिसमें क्वाड देशों की डिजिटल अवसंरचना में सहयोग को बढ़ाने और नियमों के सामंजस्य को लेकर चर्चा होगी।
क्वाड (QUAD) :
पूर्ण रूप: चतुष्कोणीय सुरक्षा संवाद/Quadrilateral Security Dialogue
विषय | विवरण |
स्थापना | 2007 में आरंभ (प्रारंभिक विचार), 2017 में पुनः सक्रिय |
पूर्ण नाम | Quadrilateral Security Dialogue (QSD) |
सदस्य देश | भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया |
प्रारंभिक पहल | जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा |
पुनः सक्रियता | 2017 में मनीला, फिलीपींस में ASEAN शिखर सम्मेलन के दौरान |
प्रमुख उद्देश्य |
- इंडो-पैसिफिक में मुक्त और समावेशी व्यवस्था को बढ़ावा देना - समुद्री सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, जलवायु, बुनियादी ढाँचा, और तकनीकी सहयोग - चीन के बढ़ते प्रभाव का सामूहिक प्रतिकार करना |