23 June, 2025
स्टेट्स ऑफ वर्ल्ड न्यूक्लियर फोर्सेस रिपोर्ट 2025
Tue 17 Jun, 2025
संदर्भ:
- स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने 16 जून 2025 को अपनी वार्षिक स्टेट्स ऑफ वर्ल्ड न्यूक्लियर फोर्सेस रिपोर्ट (SIPRI Yearbook 2025) जारी की है।
मुख्य बिन्दु :
- इस रिपोर्ट में वैश्विक परमाणु हथियारों की स्थिति और हथियारों के नियंत्रण पर चिंताएं व्यक्त की गई हैं।
वैश्विक परमाणु हथियारों की स्थिति (जनवरी 2025) :
- कुल परमाणु हथियार: लगभग 12,241
- सैन्य स्टॉकपाइल (तत्काल उपयोग हेतु उपलब्ध): लगभग 9,614
- तैनात (Operational) वॉरहेड्स: लगभग 3,912
- उच्च ऑपरेशनल अलर्ट पर वॉरहेड्स: लगभग 2,100 (लगभग सभी रूस और अमेरिका के पास)
- परमाणु हथियार संपन्न देश: 9 (अमेरिका, रूस, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया, इज़राइल)
महत्वपूर्ण रुझान :
- आर्सेनल का आधुनिकीकरण: सभी नौ परमाणु संपन्न देश अपने परमाणु हथियारों का आधुनिकीकरण और विस्तार कर रहे हैं।
- कुल वैश्विक स्टॉक में गिरावट: अमेरिका और रूस पुराने वॉरहेड्स को हटाते रहे हैं, जिससे कुल संख्या में गिरावट आई है, लेकिन यह प्रक्रिया धीमी हो गई है।
- सैन्य स्टॉकपाइल में वृद्धि: सक्रिय सैन्य स्टॉकपाइल की संख्या बढ़ रही है, क्योंकि नए वॉरहेड्स की तैनाती हो रही है।
- चीन का तेज़ विस्तार: चीन के पास अब कम-से-कम 600 वॉरहेड्स हैं, और उसका विस्तार सबसे तेज़ है—2023 से हर साल लगभग 100 नए वॉरहेड्स जुड़ रहे हैं। चीन ने 350 नए ICBM साइलो भी बना लिए हैं या लगभग पूरे कर लिए हैं।
- अन्य देश: भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया, यूके भी अपने स्टॉकपाइल बढ़ा रहे हैं। फ्रांस और इज़राइल की संख्या स्थिर है।
देशवार अनुमानित परमाणु वॉरहेड्स (जनवरी 2025):
देश | अनुमानित कुल वॉरहेड्स |
अमेरिका | ~5,044 |
रूस | ~5,580 |
चीन | ~600 |
फ्रांस | ~290 |
यूनाइटेड किंगडम | ~225 |
पाकिस्तान | ~170 |
भारत | ~172 |
इज़राइल | ~90 |
उत्तर कोरिया | ~50 |
- वैश्विक जोखिम: रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबरस्पेस, अंतरिक्ष, और समुद्र में देशों की बढ़ती क्षमताओं ने परमाणु हथियारों की दौड़ को जटिल बना दिया है। यूरोप, मध्य पूर्व, और पूर्वी एशिया में परमाणु हथियारों के अधिग्रहण पर चर्चाएं फिर से शुरू हो गई हैं, जो परमाणु शक्तियों के क्लब के विस्तार का संकेत देता है।
- भारत की स्थिति: भारत की परमाणु नीति 'नो फर्स्ट यूज़' और न्यूनतम प्रतिरोध (मिनिमम डिटरेंस) पर आधारित है, लेकिन इसकी नई मिसाइलें लंबी दूरी की क्षमताओं को दर्शाती हैं, जो संभवतः चीन को लक्षित करती हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों ही औपचारिक परमाणु हथियार नियंत्रण ढांचे से बाहर हैं।
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (SIPRI) :
- स्थापना: 1966 स्वीडिश संसद द्वारा
- मुख्यालय: स्टॉकहोम, स्वीडन
- उद्देश्य: अंतर्राष्ट्रीय हथियार व्यापार और सैन्य व्यय में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए संघर्ष, शस्त्रीकरण, शस्त्र नियंत्रण और निरस्त्रीकरण पर अनुसंधान करना