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नक्शा क्षमता निर्माण कार्यक्रम के दूसरे चरण के दूसरे बैच का उद्घाटन

Mon 16 Jun, 2025

संदर्भ :

  • नक्शा क्षमता निर्माण कार्यक्रम के दूसरे चरण के दूसरे बैच का उद्घाटन 16 जून को चार राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में किया गया।

मुख्‍य बिन्‍दु :

कार्यक्रम का अवलोकन :

  • उद्घाटन तिथि: 16 जून 2025
  • स्थान: चार उत्कृष्टता केंद्र (पुणे, गुवाहाटी, चंडीगढ़, मैसूर)
  • प्रशिक्षण अवधि: एक सप्ताह (16 जून 2025 से शुरू)
  • प्रतिभागी: 128 शहरी स्थानीय निकाय और जिला स्तर के अधिकारी
  • उद्देश्य: अधिकारियों को ड्रोन-आधारित सर्वेक्षण, ऑर्थोरेक्टिफाइड इमेजरी, और भू-स्थानिक डेटा प्रबंधन में प्रशिक्षित करना, ताकि वे नक्‍शा परियोजना के तहत शहरी भूमि सर्वेक्षण की प्रभावी देखरेख कर सकें।

चार उत्कृष्टता केंद्रों की भूमिका:

  • पुणे: पश्चिमी भारत के अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र, जो महाराष्ट्र, गुजरात, और गोवा जैसे राज्यों को कवर करता है।
  • गुवाहाटी: पूर्वोत्तर भारत के लिए, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश आदि राज्यों के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करता है।
  • चंडीगढ़: उत्तरी भारत के लिए, जिसमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं।
  • मैसूर: दक्षिणी भारत के लिए, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों को कवर करता है।
  • इन केंद्रों का चयन रणनीतिक रूप से किया गया है ताकि देश के विभिन्न क्षेत्रों के अधिकारियों को सुगम प्रशिक्षण उपलब्ध हो सके।

उद्घाटन समारोह:

  • प्रत्येक केंद्र में उद्घाटन समारोह में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों, DoLR के प्रतिनिधियों, और सर्वे ऑफ इंडिया के तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया।
  • समारोह में नक्‍शा परियोजना के महत्व और डिजिटल भूमि प्रशासन के लिए भू-स्थानिक तकनीकों की भूमिका पर चर्चा की गई।
  • प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम और अपेक्षित परिणामों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।

प्रशिक्षण का पाठ्यक्रम और प्रारूप :

प्रशिक्षण मॉड्यूल:

  • ड्रोन सर्वेक्षण: ड्रोन उड़ाने, डेटा संग्रह, और ऑर्थोरेक्टिफाइड इमेजरी तैयार करने की तकनीकें।
  • भू-स्थानिक डेटा प्रबंधन: जियो-रेफरेंस्ड डेटा का विश्लेषण, भंडारण, और उपयोग।
  • डिजिटल मैपिंग: सटीक डिजिटल नक्शे और संपत्ति कार्ड तैयार करना।
  • नीतिगत ढांचा: नक्‍शा परियोजना के तहत भूमि सर्वेक्षण की कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रियाएं।
  • सॉफ्टवेयर प्रशिक्षण: भू-स्थानिक सॉफ्टवेयर और डेटा प्रोसेसिंग टूल्स का उपयोग।

प्रशिक्षण प्रारूप:

  • सैद्धांतिक सत्र: भू-स्थानिक तकनीकों और सर्वेक्षण प्रक्रियाओं की अवधारणाएं।
  • व्यावहारिक सत्र: ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण, और मैपिंग का वास्तविक अभ्यास।
  • केस स्टडी: पहले चरण के सफल सर्वेक्षणों के उदाहरण, जैसे पायलट प्रोजेक्ट्स के परिणाम।
  • इंटरैक्टिव सत्र: विशेषज्ञों के साथ प्रश्नोत्तर और समस्या समाधान

नक्‍शा कार्यक्रम :

  • आधुनिक भू-स्थानिक तकनीक, जैसे ड्रोन/उपग्रह आधारित हवाई सर्वेक्षण और वेब‑GIS प्लेटफार्म का उपयोग करके शहरी भूमि सर्वेक्षण करना
  • पूर्ण नाम : ‘शहरी आवासों का राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित भूमि सर्वेक्षण’ /National Geospatial Knowledge-based Land Survey of Urban Habitations-NAKSHA
  • शामिल शहरी निकाय : 27 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के 157 शहरी स्थानीय निकायों (ULB) में
  • नोडल एजेंसी : ग्रामीण विकास मंत्रालय का भूमि संसाधन विभाग
  • वित्त पोषण : 100% केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित; ₹194 करोड़ का बजट निर्धारित
  • तकनीकी भागीदार : सर्वे ऑफ इंडिया, NICSI, MPSEDC आदि
  • प्राथमिकता : छोटे शहर (35 वर्ग किमी से कम क्षेत्र, 2 लाख से कम जनसंख्या)

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