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अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन का 113वां पूर्ण अधिवेशन

Sun 15 Jun, 2025

संदर्भ :

  • 113वें अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन के पूर्ण अधिवेशन का आयोजन जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में किया गया।

मुख्‍य बिन्‍दु :

  • यह सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की सर्वोच्च नीति-निर्माण सभा है, जिसमें विश्वभर के सदस्य देशों के प्रतिनिधि श्रम, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करते हैं।
  • भागीदार सदस्य : सभी 187 सदस्य देशों के सरकारी, नियोक्ता और श्रमिक प्रतिनिधि

भारत की भागीदारी :-

प्रतिनिधित्व:

  • भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने किया। उनके नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सम्मेलन में भाग लिया।

प्रमुख उपलब्धि:

  • सम्मेलन के दौरान भारत के सामाजिक सुरक्षा कवरेज में ऐतिहासिक वृद्धि को रेखांकित किया गया। 2015 में यह कवरेज 19% था, जो 2025 में बढ़कर 64.3% हो गया है—पिछले एक दशक में 45 प्रतिशत अंकों की अभूतपूर्व वृद्धि।

नीति-निर्माण और संवाद:

  • डॉ. मांडविया ने ILO के महानिदेशक गिल्बर्ट एफ. हांगबो के साथ द्विपक्षीय चर्चा में भारत की निर्धन-केंद्रित और श्रमिक कल्याण नीतियों, जैसे ई-श्रम पोर्टल, सामाजिक सुरक्षा कोड, और राष्ट्रीय स्तर के सामाजिक संरक्षण डेटा पूलिंग अभियान का उल्लेख किया।

सम्मेलन के प्रमुख विषय:-

वैश्विक श्रम बाजार की चुनौतियाँ:

  • सम्मेलन में रोजगार के नए स्वरूप, गिग-इकोनॉमी, डिजिटलाइजेशन, श्रमिक अधिकारों की सुरक्षा, और सामाजिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने जैसे विषयों पर चर्चा हुई।

सामाजिक सुरक्षा कवरेज:

  • भारत के सामाजिक सुरक्षा विस्तार को वैश्विक स्तर पर सराहा गया। ILO के ILOSTAT डाटा के अनुसार, भारत में लगभग 940 मिलियन लोग अब सामाजिक सुरक्षा कवरेज के दायरे में हैं।

श्रमिक कल्याण:

  • निर्धन-केंद्रित योजनाओं, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की सुरक्षा, और महिलाओं तथा युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर विशेष जोर दिया गया।

भारत की उपलब्धियाँ और योगदान :-

सामाजिक सुरक्षा में ऐतिहासिक विस्तार:

  • भारत ने श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा कवरेज में उल्लेखनीय वृद्धि की है, जो वैश्विक स्तर पर एक मिसाल है।

डिजिटल पहल:

  • ई-श्रम पोर्टल, सामाजिक सुरक्षा कोड, और डेटा पूलिंग जैसी पहलों ने श्रमिकों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की पहुँच को आसान बनाया है।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग:

  • भारत ने ILO के साथ मिलकर श्रमिक कल्याण, सामाजिक सुरक्षा और डेटा प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प दोहराया।

अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन (ILC) :

  • पूरा नाम: अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन (International Labour Conference – ILC)
  • आयोजक निकाय: अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (International Labour Organization – ILO)
  • मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
  • स्थापना: 1919 में वर्साय संधि (Treaty of Versailles) के तहत

उद्देश्य:

  • अंतर्राष्ट्रीय श्रम मानकों (Labour Standards) को तय करना
  • श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा
  • सामाजिक न्याय को बढ़ावा देना
  • गरिमामय कार्य (Decent Work) को बढ़ावा देना

सम्मेलन की विशेषताएँ:

  • ILC को “अंतर्राष्ट्रीय श्रम संसद” भी कहा जाता है।
  • यह हर वर्ष जिनेवा में आयोजित किया जाता है।
  • सभी 187 सदस्य देश इसमें भाग लेते हैं।
  • प्रत्‍येक देश से 4 प्रतिनिधि होते हैं – 2 सरकार से, 1 नियोक्ता (employer), 1 श्रमिक (worker)।

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