01 June, 2025
तीसरा संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC3)
Sat 14 Jun, 2025
संदर्भ :-
- तीसरे संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC3) का आयोजन फ्रांस और कोस्टा रिका की सह-मेजबानी में फ्रांस के नीस शहर में किया गया।
मुख्य बिन्दु :
- सम्मेलन का मुख्य विषय : “महासागर संरक्षण और सतत उपयोग के लिए सभी हितधारकों को जुटाकर कार्रवाई में तेजी लाना”
- सम्मेलन का उद्देश्य : सतत विकास के लिए महासागर, समुद्र और समुद्री संसाधनों के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए तत्काल और विस्तारित कार्रवाई को बढ़ावा देना और सतत विकास लक्ष्य 14 के कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिए आगे के तरीकों की पहचान करना ।
- यह महासागर के संरक्षण और सतत उपयोग में योगदान देने वाली चल रही प्रक्रियाओं के त्वरित निष्कर्ष और कुशल कार्यान्वयन की दिशा में प्रभावी भागीदारी बनाने के लिए मौजूदा साधनों का निर्माण करेगा।
- सम्मेलन में सभी प्रासंगिक हितधारकों को शामिल किया गया जिसमें सरकारें, संयुक्त राष्ट्र प्रणाली, अंतर-सरकारी संगठन, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान, अन्य इच्छुक अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां, गैर-सरकारी संगठन, नागरिक समाज संगठन, शैक्षणिक संस्थान, वैज्ञानिक समुदाय, निजी क्षेत्र, परोपकारी संगठन, स्वदेशी लोग और स्थानीय समुदाय तथा अन्य हितधारक शामिल हुए ताकि लक्ष्य 14 के कार्यान्वयन से संबंधित चुनौतियों और अवसरों तथा उस दिशा में उठाए गए कदमों का आकलन किया जा सके।
मुख्य परिणाम :
- अंतरराष्ट्रीय घोषणा: 170 से अधिक देशों ने एक अंतर-सरकारी घोषणा को अपनाया, जिसमें महासागर संरक्षण के लिए तत्काल कार्रवाई का संकल्प लिया गया। यह घोषणा सतत मत्स्य पालन, प्रदूषण नियंत्रण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने पर केंद्रित थी।
- साझेदारियों का विस्तार: सम्मेलन में सरकारों, वैज्ञानिक संस्थानों, नागरिक समाज और उद्योगों के बीच साझेदारी को बढ़ावा दिया गया। उदाहरण के लिए, “10,000 Ships Initiative” ने वाणिज्यिक जहाजों को महासागर अवलोकन के लिए उपयोग करने की पहल को प्रोत्साहित किया।
- वित्तीय प्रतिबद्धताएं: महासागर संरक्षण के लिए नए वित्तीय संसाधनों की घोषणा की गई, हालांकि विशिष्ट राशियों का विवरण सीमित है। यह SDG 14 के लिए फंडिंग की कमी को दूर करने की दिशा में एक कदम था।
- उच्च समुद्र संधि: राष्ट्रीय सीमाओं से परे समुद्री जैव विविधता के संरक्षण के लिए उच्च समुद्र संधि को लागू करने की प्रक्रिया को तेज करने पर सहमति बनी।
- क्षमता निर्माण: विकासशील देशों, विशेष रूप से छोटे द्वीपीय विकासशील देशों (SIDS), के लिए महासागर विज्ञान और प्रबंधन में क्षमता निर्माण पर जोर दिया गया।
UNOC3 में प्रदर्शित प्रमुख भारतीय पहलें :
- भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किया।
- गहरे समुद्र मिशन (Deep Ocean Mission) और 'समुद्रयान' : भारत ने 'समुद्रयान' मिशन के तहत 2026 तक 6,000 मीटर गहराई तक मानवयुक्त पनडुब्बी भेजने का लक्ष्य रखा है। यह मिशन भारत की नीली अर्थव्यवस्था के बहुआयामी दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें जैव विविधता और खनिज संसाधनों की खोज, जलवायु परिवर्तन का पूर्वानुमान, नवीकरणीय ऊर्जा की संभावनाओं की तलाश और समुद्री अनुसंधान प्रयोगशालाओं की स्थापना शामिल है।
- प्लास्टिक प्रदूषण पर कार्रवाई : भारत ने एकल-उपयोग प्लास्टिक पर राष्ट्रीय प्रतिबंध लागू किया है और 'स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर' अभियान के तहत 1,000+ किलोमीटर समुद्र तट की सफाई कर 50,000 टन से अधिक प्लास्टिक कचरा हटाया है। भारत ने समुद्री कूड़ा नीति का मसौदा तैयार किया है और वैश्विक प्लास्टिक संधि का भी समर्थन किया है।
- नीली अर्थव्यवस्था का विकास : सागरमाला कार्यक्रम के तहत भारत ने बंदरगाह आधारित बुनियादी ढांचे में लगभग 80 बिलियन डॉलर (5.5 लाख करोड़ रुपये) का निवेश किया है। यह कार्यक्रम तटीय और अंतर्देशीय जलमार्गों के विस्तार, रसद लागत में कमी, और समुद्री व्यापार प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए है। पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत 2.5 बिलियन डॉलर का अतिरिक्त निवेश हुआ है, जिससे मछली उत्पादन में 10% वृद्धि और 1,000+ मछली किसान उत्पादक संगठनों का निर्माण हुआ है।
- समुद्री जैव विविधता प्रयास : भारत ने अपने विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (EEZ) के 6.6% हिस्से को समुद्री संरक्षित क्षेत्र घोषित किया है और 10,000 हेक्टेयर से अधिक मैंग्रोव का पुनर्स्थापन किया है।
- समुद्री डेटा पारदर्शिता : भारत ने विज्ञान-आधारित और पारदर्शी निर्णय के लिए डिजिटल महासागर शासन मंच 'SAHAV' पोर्टल लॉन्च किया है।
- अंतर्राष्ट्रीय नेतृत्व : भारत ने फ्रांस और कोस्टा रिका के साथ 'ब्लू टॉक्स' का सह-नेतृत्व किया, उच्च-स्तरीय पैनलों में भाग लिया और विकासशील देशों में महासागर डेटा की समान पहुंच और क्षमता निर्माण की वकालत की।
संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC) :
- युक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (United Nations Ocean Conference - UNOC) एक प्रमुख वैश्विक मंच है, जिसका उद्देश्य महासागर स्वास्थ्य, सततता और संरक्षण से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान करना है।
- यह सम्मेलन सतत विकास लक्ष्य (SDG) 14 — "जल के नीचे जीवन" — के कार्यान्वयन को गति देने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और ठोस कार्रवाई को बढ़ावा देता है।
मुख्य उद्देश्य (Main Objectives):
- महासागर प्रदूषण को रोकना और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करना
- सतत मछली पालन और समुद्री संसाधनों का संरक्षण
- जलवायु परिवर्तन से महासागरों पर हो रहे प्रभावों का समाधान
- समुद्री विज्ञान, तकनीक और नवाचार को बढ़ावा देना
- सतत विकास लक्ष्य (SDG 14) की प्रगति सुनिश्चित करना
प्रमुख सम्मेलन (Major Editions of UNOC):
- 2017 : न्यूयॉर्क में पहला सम्मेलन , फिजी और स्वीडन द्वारा सह-आयोजित
- 2022 : लिस्बन में दूसरा , पुर्तगाल और केन्या की सह-मेजबानी में
- 2025 : नीस में तीसरा , फ्रांस और कोस्टा रिका की सह-मेजबानी में
- 2028 : चौथा सम्मेलन चीन और दक्षिण कोरिया (कोरिया गणराज्य) द्वारा आयोजित किया जायेगा (पहली बार दो एशियाई देश इस वैश्विक सम्मेलन की मेजबानी करेंगे)