दक्षिण एशिया प्रेस स्वतंत्रता रिपोर्ट 2024-25
 
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दक्षिण एशिया प्रेस स्वतंत्रता रिपोर्ट 2024-25

Sun 11 May, 2025

संदर्भ :

  • अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ (International Federation of Journalists : IFJ) ने दक्षिण एशिया मीडिया एकजुटता नेटवर्क (South Asia Media Solidarity Network : SAMSN) के सहयोग से 23वीं वार्षिक दक्षिण एशिया प्रेस स्वतंत्रता रिपोर्ट 2024-25 रिपोर्ट जारी की है।

मुख्‍य बिन्‍दु :

  • संस्‍करण : 23वां
  • रिपोर्ट का शीर्षक : "फ्रंटलाइन डेमोक्रेसी: मीडिया और राजनीतिक मंथन"
  • कवरेज: 8 दक्षिण एशियाई देश : भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, मालदीव

प्रमुख निष्कर्ष :

  • मीडिया अधिकार उल्लंघन: 1 मई 2024 से 30 अप्रैल 2025 की अवधि में 250 से अधिक मीडिया अधिकार उल्लंघनों के मामले दर्ज किए गए, जिसमें 20 पत्रकारों और मीडिया कर्मियों की लक्षित हत्याएं शामिल हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है, जब 8 पत्रकारों की हत्या हुई थी।
  • गिरफ्तारी और उत्पीड़न: कम से कम 70 पत्रकारों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया गया, और 190 से अधिक को धमकाया गया, हमला किया गया या उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, अक्सर कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा।
  • आर्थिक संकट: रिपोर्ट में मीडिया संगठनों की सरकारी विज्ञापन पर अत्यधिक निर्भरता और राजस्व स्रोतों के पतन को उजागर किया गया है, जिससे कई पत्रकारों को बिना वेतन के काम करना पड़ रहा है।

क्षेत्रीय परिप्रेक्ष्य :

भारत :

  • भारत के लिए एक विशेष खंड समर्पित किया गया है, जिसका शीर्षक है “ भारत: प्रोपेगैंडा और प्रेस ”

भारत में मीडिया पर नियंत्रण के प्रयास उजागर किए गए हैं:

  • कानूनी दमन: UAPA, राजद्रोह और PMLA जैसे कानूनों का पत्रकारों व मीडिया संगठनों पर बढ़ता प्रयोग।
  • राज्य प्रायोजित छापे: आयकर और ईडी का उपयोग, मानहानि के मुकदमे।
  • स्व-सेंसरशिप: आलोचनात्मक रिपोर्टिंग से बचाव, सरकारी विज्ञापनों की रोक।
  • गलत सूचना का प्रसार: राजनीतिक IT सेल के जरिए अफवाहें और नफरत फैलाना।
  • वैश्विक जोखिम रिपोर्ट 2024: भारत को “गलत सूचना के उच्चतम जोखिम” वाले देशों में बताया गया।

पाकिस्तान:

  • पाकिस्तान को एक अधिनायकवादी शासन के रूप में वर्णित किया गया है, जहां सैन्य नियंत्रण और राजनीतिक हस्तक्षेप मीडिया स्वतंत्रता को बाधित करते हैं।

अफगानिस्तान:

  • तालिबान शासन के तहत सूचना तक पहुंच में गिरावट और मीडिया पर कठोर नियंत्रण की स्थिति बनी हुई है।

बांग्लादेश:

  • जनीतिक अस्थिरता और मीडिया पर दमन की घटनाएं रिपोर्ट में उजागर की गई हैं।

 

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