28 April, 2025
रुद्रएम-II मिसाइल का सफल परीक्षण
Thu 30 May, 2024
सन्दर्भ
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने 29 मई 2024 को ओडिशा के तट से भारतीय वायु सेना के Su-30 MK-I प्लेटफॉर्म से हवा से सतह पर मार करने वाली रुद्रम-II मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
प्रमुख बिन्दु
- उड़ान-परीक्षण ने प्रणोदन प्रणाली और नियंत्रण एवं मार्गदर्शन एल्गोरिदम को मान्य करते हुए सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा किया।
- मिसाइल के प्रदर्शन को ऑन-बोर्ड जहाज सहित विभिन्न स्थानों पर एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर द्वारा तैनात इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम, रडार और टेलीमेट्री स्टेशनों जैसे रेंज ट्रैकिंग उपकरणों द्वारा कैप्चर किए गए उड़ान डेटा से मान्य किया गया है।
- रुद्रएम-II एक स्वदेशी रूप से विकसित ठोस-चालित हवा से लॉन्च की जाने वाली मिसाइल प्रणाली है जो कई प्रकार की दुश्मन संपत्तियों को नष्ट करने के लिए हवा से सतह पर मार करने में सक्षम है।
- मिसाइल प्रणाली में विभिन्न डीआरडीओ प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित कई अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीकों को शामिल किया गया है।
- रुद्रएम, भारत की पहली एंटी-रेडिएशन मिसाइल (ARM), DRDO द्वारा विकसित एक ‘एयर-टू-सरफेस’ मिसाइल है।
विशेषताएँ
- इस मिसाइल में एक नेविगेशन तंत्र का उपयोग किया गया है जिसमें उपग्रह-आधारित ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) और एक जड़त्वीय नेविगेशन सिस्टम शामिल है।
- यह मार्गदर्शन के लिए ‘पैसिव होमिंग हेड’ का उपयोग करता है, जो इसे लक्ष्य पर सटीक रूप से प्रहार करने में सक्षम बनाता है, भले ही कार्य के दौरान विकिरण स्रोत बंद हो जाए।
एंटी रेडिएशन मिसाइलों के बारे में
- इन्हें विरोधी के रडार, संचार परिसंपत्तियों और अन्य रेडियो आवृत्ति स्रोतों का पता लगाने, उन पर नज़र रखने और उन्हें निष्प्रभावी करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो आमतौर पर उनकी वायु रक्षा प्रणालियों का हिस्सा होते हैं।
- ये किसी भी विकिरण उत्सर्जक स्रोत का पता लगा सकते हैं और उसे लक्षित कर सकते हैं।
- ये दुश्मन के किसी भी जामिंग प्लेटफॉर्म को बेअसर करने या रडार स्टेशनों को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जिससे अपने लड़ाकू विमानों के लिए आक्रमण करने का रास्ता साफ हो जाएगा और अपनी प्रणालियों को जाम होने से भी बचाया जा सकेगा।
परीक्षापयोगी महत्वपूर्ण तथ्य
रुद्रम-1 के बारे में
- यह हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है, जिसे डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है ।
- इस नई पीढ़ी की एंटी रेडिएशन मिसाइल रुद्रम-1 का परीक्षण ओडिशा के बालासोर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज में किया गया।
डीआरडीओ
- स्थापना वर्ष: 1958
- अधीनस्थ मंत्रालय: रक्षा मंत्रालय
- DRDO के चेयरमैन:समीर वी कामत