20 May, 2025
ज्वालामुखीय भंवर वलय
Wed 17 Apr, 2024
सन्दर्भ
- हाल ही में यूरोप के सबसे बड़े ज्वालामुखी एटना में ज्वालामुखी भंवर वलय की घटना देखने को मिली है ।
प्रमुख बिंदु
- ये छल्ले संघनित गैसों और जल वाष्प से बने होते हैं।हाल ही में ये वल्य सक्रिय ज्वालामुखी एटना के क्रेटर से निकलने वाली गैसें एवं जलवाष्प के पृथ्वी से ऊपर उठने के कारण बने हैं।
- गौरतलब है कि इस ज्वालामुखी के क्रेटर में जो छिद्र खुला है वह लगभग पूर्णतः गोलाकार है, इसलिए जो छल्ले देखे गए हैं वे भी गोलाकार हैं।
- वैसे तो ये छल्ले 10 मिनट तक हवा में रह सकते हैं लेकिन अगर हवा और अशांत स्थिति हो तो ये जल्दी ही विघटित हो जाते हैं।
- एटना में ऐसे वलय वर्ष 1724 में देखने को मिले थे ।
माउंट एटना
- यह भूमध्यसागर में इटली के एक द्वीप सिसिली के पूर्वी तट पर स्थित है ।
- एटना के शिखर पर पांच क्रेटर हैं, जो ज्वालामुखी के अधिकांश विस्फोटों के लिए जिम्मेदार हैं और सैकड़ों पार्श्व छिद्र हैं जो विभिन्न प्रकार के विस्फोट पैदा कर सकते हैं, जैसे विस्फोटक, प्रवाहकीय या मिश्रित।
- माउंट एटना में 1500 ईसा पूर्व से लगभग लगातार विस्फोट हो रहा है, जिससे यह दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक बन गया है।
- एटना को वर्ष 2013 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
ऐसे वलयों के अन्य उदाहरण
- ग्वाटेमाला में पकाया ज्वालामुखी ,
- इटली में स्ट्रोमबोली,
- जापान में एसो और साकुराजिमा,
- वानुअतु में यासुर,
- न्यूज़ीलैंड में वकारी, और
- निकारागुआ में मोमोटोम्बो ज्वालामुखी इत्यादि
परीक्षापयोगी महत्वपूर्ण तथ्य
इटली
- राजधानी -रोम
- महाद्वीप-यूरोप
- भौगोलिक अवस्थिति -भूमध्य सागर के मध्य में
- करेंसी -इतालवी लीरा
- प्रधानमंत्री :जॉर्जिया मेलोनी