28 April, 2025
वेटलैंड सिटी
Fri 05 Jan, 2024
सन्दर्भ
- केन्द्र सरकार ने पहले वेटलैंड सिटी एक्रिडिटेशन के लिए राजस्थान के उदयपुर, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर शहर का नाम शामिल किया है।
प्रमुख बिंदु
- केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने इन तीनों शहरों को वेटलैंड घोषित करने का प्रस्ताव स्विट्जरलैंड रामसर संस्था को भेजा है।
- इन शहरों को आर्द्रभूमि (वेटलैंड) वाले शहर का टैग वाले इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है।
- दरअसल इस वर्ष के बजट के भाग के रूप में घोषित पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की चल रही अमृत धरोहर पहल का उद्देश्य रामसर साइटों के अद्वितीय संरक्षण मूल्यों को बढ़ावा देकर इसी प्रकार के लक्ष्यों को प्राप्त करना है।
- इस संदर्भ में, डब्ल्यूसीए न केवल शहरी और अर्ध-शहरी आर्द्रभूमि के संरक्षण के बारे में जन जागरूकता उत्पन्न करेगा, बल्कि पूरे देश में अमृत धरोहर के कार्यान्वयन में भी सहायता प्रदान करेगा।
लाभ
- वेटलैंड सिटी प्रमाणन से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
- जल स्रोतों के संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा और इको ट्यूरिज्म बढ़ेगा। झीलों और जलाशयों में दूसरी गतिविधियां रुकेंगी।
- विश्व पटल पर उदयपुर शहर की एक अलग पहचान बनेगी।
- जैव विविधता व पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता प्रदर्शित होगी साथ ही शहरी विकास और पर्यावरण से संबंधित अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं में प्राथमिकता मिलेगी। जलाशयों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए स्थानीय निकायों की प्रतिबद्धता तय होगी।
वेटलैंड सिटी प्रमाणन (WCA)
- वेटलैंड सिटी प्रमाणन या एक्रिडिटेशन को वर्ष 2015 में आयोजित COP12 में रामसर कन्वेंशन ने संकल्प 11.10 के तहत एक स्वैच्छिक आर्द्रभूमि शहर मान्यता प्रणाली को मंजूरी प्रदान की, जो उन शहरों को प्रमाणन देता है जिन्होंने अपने शहरी आर्द्रभूमि की सुरक्षा के लिए असाधारण कदम उठाए हैं।
- वेटलैंड सिटी प्रमाणन योजना का उद्देश्य शहरी और अर्ध-शहरी आर्द्रभूमि के संरक्षण और स्मार्ट उपयोग को बढ़ावा देना है, साथ ही स्थानीय आबादी के लिए स्थायी सामाजिक-आर्थिक लाभ भी है।
- यह स्वैच्छिक योजना उन शहरों के लिए एक अवसर प्रदान करती है जो अपने प्राकृतिक या मानव निर्मित आर्द्रभूमि को महत्व देते हैं।
तीन नामांकित शहर
इंदौर
- इंदौर शहर की स्थापना होलकर ने की थी और यह भारत का सबसे स्वच्छ शहर है और अपने सर्वश्रेष्ठ स्वच्छता, पानी और शहरी पर्यावरण के लिए भारत के स्मार्ट सिटी अवार्ड 2023 का विजेता है।
- सिरपुर झील, शहर में एक रामसर स्थल, को जल पक्षी समागम के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में मान्यता दी गई है और इसे पक्षी अभयारण्य के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- 200 से ज्यादा आर्द्रभूमि मित्रों का एक मजबूत नेटवर्क पक्षी संरक्षण और सारस क्रेन की रक्षा के लिए स्थानीय समुदाय को संवेदनशील बनाने का काम कर रहा है।
भोपाल
- भारत के सबसे स्वच्छ शहरों में से एक है, जिसने अपने नगर विकास योजना 2031 के प्रारूप में आर्द्रभूमि के आसपास संरक्षण क्षेत्रों का प्रस्ताव दिया है।
- भोज वेटलैंड, रामसर साइट शहर की जीवन रेखा है, जो विश्व स्तरीय वेटलैंड व्याख्या केंद्र, जल तरंग से सुसज्जित है।
- इसके अतिरिक्त, भोपाल नगर निगम के पास एक समर्पित झील संरक्षण सेल है।
- 300 से ज्यादा आर्द्रभूमि मित्रों का एक नेटवर्क आर्द्रभूमि प्रबंधन और सारस क्रेन के संरक्षण कार्य में लगा हुआ है।
उदयपुर
- राजस्थान में स्थित यह शहर पांच प्रमुख आर्द्रभूमियों से घिरा हुआ है, अर्थात् पिछोला, फतेह सागर, रंग सागर, स्वरूप सागर और दूध तलाई।
- ये आर्द्रभूमि शहर की संस्कृति और पहचान का एक अभिन्न अंग हैं, शहर के सूक्ष्म जलवायु को बनाए रखने में मदद करते हैं, और चरम घटनाओं से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
रामसर कन्वेंशन
- रामसर साइट रामसर कन्वेंशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की एक आर्द्रभूमि है, जिसे वर्ष 1971 में यूनेस्को द्वारा स्थापित एक अंतर-सरकारी पर्यावरण संधि 'वेटलैंड्स पर कन्वेंशन' के रूप में भी जाना जाता है ।
- इसका नाम ईरान के रामसर शहर के नाम पर रखा गया है, जहाँ उस वर्ष सम्मेलन पर हस्ताक्षर किये गए थे।
- पश्चिम बंगाल में सुंदरबन भारत का सबसे बड़ा रामसर स्थल है।
परीक्षापयोगी तथ्य
रामसर स्थलों के रूप में नामित भारत के 11 आर्द्रभूमि स्थल -
- तंपारा झील ओडिशा
- हीराकुंड जलाशय
- अंशुपा झील
- यशवंत सागर
- चित्रांगुडी पक्षी अभ्यारण्य
- सुचिन्द्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स
- वडुवूर पक्षी अभयारण्य
- कांजीरकुलम पक्षी अभयारण्य
- ठाणे क्रीक
- हाइगम वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व
- शालबुग वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व