12 May, 2025
12 वां दिव्य कला मेला-2023
Fri 29 Dec, 2023
सन्दर्भ
- राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त और विकास निगम के तहत सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा देश भर में दिव्यांग उद्यमियों/कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाले एक अनूठे कार्यक्रम'दिव्य कला मेला' का आयोजन सूरत में किया जा रहा है ।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, भारत सरकार द्वारा इस कार्यक्रम का उद्घाटन 29 दिसंबर, 2023 को किया गया।
- विभाग के पास इस अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए भव्य योजनाएँ हैं, जिसके हिस्से के रूप में देश भर में 'दिव्य कला मेला' आयोजित किया जाएगा। 2023-2024 के दौरान यह कार्यक्रम अन्य शहरों में भी आयोजित किया जाएगा।
- इसके माध्यम से जम्मू और कश्मीर, उत्तर पूर्वी राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से जीवंत उत्पादों के रूप में आगंतुकों के लिए हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई के काम और पैकेज्ड फूड आदि एक आकर्षक अनुभव प्रस्तुत किया जाएगा ।
- लगभग 20 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 100 दिव्यांग कारीगर/कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
- निम्नलिखित व्यापक श्रेणी में उत्पाद यहां उपलब्ध होंगे: गृह सजावट और जीवन शैली, कपड़े, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, पैकेज्ड भोजन और जैविक उत्पाद, खिलौने और उपहार, व्यक्तिगत सहायक उपकरण - आभूषण, क्लच बैग।
- यह सभी के लिए 'वोकल फॉर लोकल' बनने का अवसर होगा और दिव्यांग कारीगरों द्वारा उनके अतिरिक्त दृढ़ संकल्प से बनाए गए उत्पादों को देखा/खरीदा जा सकेगा।
लाभ
- यह दिव्यांगजनों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अनूठी पहल है।
- दिव्य कला मेला दिव्यांगजनों (पीडब्ल्यूडी) के उत्पादों और कौशल के विपणन और प्रदर्शन के लिए एक बड़ा मंच प्रस्तुत करता है।
- दिव्य कला मेला, सूरत 2022 से शुरू होने वाली श्रृंखला का 12वां मेला है जिसमें दिल्ली,मुंबई,भोपाल, गुवाहाटी, इंदौर, जयपुर, वाराणसी, सिकन्दराबाद, कर्नाटक, चेन्नई, पटना में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
परीक्षापयोगी तथ्य
गुजरात
- स्थापना: 1मई 1960
- मुख्यमत्री:भूपेंद्रभाई पटेल
- राज्यपाल:आचार्य देवव्रत
- शीर्ष कपास उत्पादक राज्य: गुजरात
- सबसे अधिक स्थापित रूफटॉप सौर क्षमता वाला राज्य
- पवन ऊर्जा क्षमता के प्रथम राज्य