मैत्री-II केंद्र
 
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मैत्री-II केंद्र

Fri 22 Dec, 2023

सन्दर्भ

  • भारत सरकार ने पूर्वी अंटार्कटिका में मौजूदा भारतीय अनुसंधान आधार मैत्री के पास एक नया अनुसंधान केंद्र तैयार करने का विचार बनाया है।

प्रमुख बिंदु

  • इस नए अनुसंधान केंद्र के लिए उपयुक्त स्थान का चुनाव कर लिया गया है।
  • इससे संबंधित संपर्क मार्ग के लिए प्रारंभिक स्थलाकृतिक सर्वेक्षण कार्य जारी है।
  • गौरतलब है कि भारत का मौजूदा अनुसंधान केंद्र 'मैत्री' बहुत पुराना हो चुका है।
  • ऐसी स्थिति में नया अनुसंधान केंद्र बनाना आवश्यक हो गया है। 
  • प्रस्तावित परियोजना में अंटार्कटिका के लिए पर्यावरण प्रोटोकॉल के पालन और अंटार्कटिका में भारतीय वैज्ञानिक अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार की परिकल्पना की गई है।

 अंटार्कटिक की प्रमुख विशेषताएँ:

  • वैज्ञानिक अनुसंधान के लिये भारत सहित कई देशों द्वारा स्थापित लगभग 40 स्थायी स्टेशनों को छोड़कर अंटार्कटिक निर्जन है।
  • अंटार्कटिका पृथ्वी का सबसे दक्षिणतम महाद्वीप है। 
  • इसमें भौगोलिक रूप से दक्षिणी ध्रुव शामिल है और यह दक्षिणी गोलार्द्ध के अंटार्कटिक क्षेत्र में स्थित है।
  • 14,0 लाख वर्ग किलोमीटर (5,4 लाख वर्ग मील) में विस्तृत यह विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा महाद्वीप है।

परीक्षापयोगी तथ्य 

दक्षिण गंगोत्री

  • दक्षिण गंगोत्री भारतीय अंटार्कटिक कार्यक्रम के एक भाग के रूप में अंटार्कटिका में स्थापित पहला भारतीय वैज्ञानिक अनुसंधान बेस स्टेशन था।

मैत्री

  • स्थापना : 1989
  • मैत्री अंटार्कटिका में भारत का दूसरा स्थायी अनुसंधान केंद्र है। 

भारती

  • स्थापना : 2012 
  • यह भारत का नवीनतम अनुसंधान केंद्र है । 

भारतीय अंटार्कटिक कार्यक्रम

  • स्थापना : 1998
  • यह नेशनल सेंटर फॉर अंटार्कटिक एंड ओशन रिसर्च  (NCPOR) के तहत एक वैज्ञानिक अनुसंधान और अन्वेषण कार्यक्रम है।
  • NCPOR देश में ध्रुवीय और दक्षिणी महासागरीय वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ-साथ संबंधित रसद गतिविधियों की योजना, प्रचार, समन्वय और निष्पादन के लिये नोडल एजेंसी है।

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