02 July, 2025
ग्रीन क्रेडिट्स कार्यक्रम
Sat 02 Dec, 2023
संदर्भ
- प्रधानमंत्री ने कॉप-28 जलवायु सम्मेलन में वैश्विक पर्यावरणीय नीतियों के पुर्ननिर्धारण के लिए ग्रीन क्रेडिट पहल की शुरुआत की।
प्रमुख बिंदु
- इसमें व्यवसायिक पहल से अलग आम जनता को कार्बन क्रेडिट देने का प्रस्ताव किया गया है।
- इससे कार्बन उत्सर्जन से जुड़े मुद्दों के सम्बंध में आम जनता की भागीदारी बढेगी।
कॉप 28
- COP28 क्लाइमेट समिट 12 दिसंबर तक चलेगी।
- इसमें विश्वभर के 167 नेता जलवायु परिवर्तन और इसके समाधान के मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
कॉप 28 बैठक का मुख्य एजेंडा
- पिछले कुछ वर्षों में क्लाइमेट चेंज पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है।
- फलस्वरूप इस बैठक का फोकस फॉसिल फ्यूल और कार्बन उत्सर्जन पर लगाम लगाना है।
कार्बन उत्सर्जन के सन्दर्भ में भारत की वर्तमान एवं भविष्य की स्थिति
- गौरतलब है कि भारत अपने नेशनल डिटरमाइंड कंट्रीब्यूशन लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में बढ़ रहा है।
- अपने गम्भीर प्रयासों के कारण भारत द्वारा उत्सर्जन घटाने के लक्ष्य को 11 वर्ष पहले और गैर खनिज ईंधन के लक्ष्य को नौ वर्ष पहले प्राप्त कर लिया जाएगा।
- इसके महत्वाकांक्षी लक्ष्यों में वर्ष 2030 तक 30 प्रतिशत उत्सर्जन घटाने और वर्ष 2070 तक गैर खनिज ईंधन की हिस्सेदारी बढाकर 50 प्रतिशत करने और नेट जीरो उत्सर्जन शामिल है।
कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ (COP)
- यह UNFCCC सम्मेलन का सर्वोच्च निकाय है।
- आयोजन :प्रति वर्ष
- प्रथम बैठक : मार्च 1995 (जर्मनी के बर्लिन में)
- COP अध्यक्ष का कार्यकाल 5 संयुक्त राष्ट्र क्षेत्रीय समूहों के मध्य निर्धारित किया जाता है यथा - अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन, मध्य और पूर्वी यूरोप तथा पश्चिमी यूरोप ।
परीक्षापयोगी महत्वपूर्ण तथ्य
महत्वपूर्ण कॉप बैठकें
- वर्ष 1995: COP 1 (बर्लिन, जर्मनी)
- वर्ष 1997: COP 3 (क्योटो प्रोटोकॉल)
- वर्ष 2002: COP 8 (नई दिल्ली, भारत) दिल्ली घोषणा।
- वर्ष 2007: COP 13 (बाली, इंडोनेशिया)
- वर्ष 2010: COP 16 (कैनकन)
- वर्ष 2011: COP17 (डरबन)
- वर्ष 2015 : कॉप 21(पेरिस)
- वर्ष 2016: COP22 (माराकेश)
- वर्ष 2017: COP23 बॉन (जर्मनी)
- वर्ष 2018: COP24 काटोवाइस (पोलैंड)
- वर्ष 2019: COP25 मैड्रिड (स्पेन)
- वर्ष 2021:Cop 26 ग्लासगो