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सीएसएल, कोच्चि में एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी (सीएसएल) परियोजना

Fri 01 Dec, 2023

संदर्भ

  • हाल ही में भारतीय नौसेना के लिए आईएनएस माहे, आईएनएस मालवन और आईएनएस मंगरोल नामक तीन पनडुब्बी रोधी युद्धक जहाजों को कोचीन शिपयार्ड परिसर में लॉन्च किया गया है।

प्रमुख बिंदु

  • माहे श्रेणी के एएसडब्ल्यू शैलो वॉटर क्राफ्ट्स का नाम भारत के तट से लगे रणनीतिक महत्व के बंदरगाहों के नाम पर रखा गया है और ये पूर्ववर्ती युद्धपोतों की गौरवशाली विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे, जिनका नाम उनके समान था।
  •  रक्षा मंत्रालय और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के बीच आठ एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी जहाजों के निर्माण के अनुबंध पर 30 अप्रैल 19 को हस्ताक्षर किए गए थे। 
  • माहे श्रेणी के जहाजों को स्वदेशी रूप से विकसित, अत्याधुनिक अंडरवॉटर सेंसर से लैस किया जाएगा और इनकी परिकल्पना तटीय जल में पनडुब्बी रोधी अभियानों के साथ-साथ कम तीव्रता वाले समुद्री संचालन (एलआईएमओ) के लिए गई है। 
  • एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी जहाज 78 मीटर लंबे हैं और 25 समुद्री मील अधिकतम गति सहित इनका विस्थापन लगभग 900 टन है।
  • समान श्रेणी के तीन जहाजों का एक साथ लॉन्च किया जाना 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में स्वदेशी जहाज निर्माण में देश की प्रगति को उजागर करता है। 
  • परियोजना के पहले जहाज की प्रदायगी 2024 में किए जाने की योजना है।
  •  एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी जहाजों में 80 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री होगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि बड़े पैमाने पर रक्षा उत्पादन भारतीय विनिर्माण इकाइयों द्वारा किया जाएगा, जिससे देश के भीतर रोजगार और सामर्थ्य में वृद्धि होगी।

 परीक्षापयोगी तथ्य

 भारतीय नौ सेना  

  • भारतीय नौसेना दिवस : 4 दिसम्बर
  • सक्रिय: 26 जनवरी 1950 से
  • अध्यक्षता:  सर्वोच्च कमांडर के रूप में भारत के राष्ट्रपति द्वारा। 
  • आदर्श वाक्य है- ‘शं नो वरुणः’ अर्थात् ‘जल के देवता वरुण हमारे लिये शुभ हों।’
  • नौसेनाध्यक्ष: एडमिरल आर हरि कुमार

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