12 May, 2025
आर्मेनिया अजरबैजान संघर्ष -
Thu 21 Sep, 2023
सन्दर्भ -
- हाल ही में अज़रबैजान ने अर्मेनिया समर्थित नागोर्नो-काराबाख के अलग हुए इलाके पर आक्रमण कर दिया था।
- अजरबैजान ने यह शर्त रखी थी कि युद्धविराम तभी होगा जब नागोर्नो-काराबाख के अलगाववादी सभी हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर देंगे ।
- अब अजरबैजान ने दावा किया है कि उसकी सेनाओं ने नागोर्नो-काराबाख के 60 से अधिक सैन्य ठिकानों पर कब्जा कर लिया है एवं 24 घंटे तक चली झड़प के बाद नागोर्नो-कारबाख इलाके पर कब्जा कर लिया है।
अजरबैजान-आर्मेनिया के बीच संघर्ष की पृष्ठभूमि -
- सोवियत संघ के विघटन के बाद जनमत संग्रह के माध्यम से स्वयं को स्वतंत्र घोषित करने वाला नागोर्नो-कारबाख क्षेत्र अब तक आर्मीनिया और अज़रबैजान के बीच विवाद का कारण बना हुआ है।
- हालांकि कोई भी देश इसे स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता नहीं देता।
- यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय रूप से अजरबैजान का हिस्सा है, लेकिन उस पर 1994 से आर्मेनिया के जातीय गुटों का कब्जा है।
- वर्ष 2020 में अजरबैजान ने आर्मेनिया पर हमला कर दिया था। 6 हफ्ते चले संघर्ष के बाद अजरबैजान की जीत हुई एवं इस विवादित क्षेत्र के बड़े हिस्से पर उसका कब्जा हो गया।
- अंततः रूस की मध्यस्थता से 2020 में दोनों देशों के मध्य शांति समझौता कराया गया।
हालिया आक्रमण के परिणाम -
- 20 सितंबर 2023 को रूस पीसकीपर्स के जरिए अजरबैजान की शर्तों पर दोनों पक्षों के बीच सीजफायर समझौता हुआ।
- इसके बाद से अजरबैजान की सेना ने आर्मेनिया पर अपने सैन्य ऑपरेशन को रोक दिया है।
- इस समझौते को लेकर दोनो पक्षों की पहली बैठक 21 सितंबर को अजरबैजान के येवलाख शहर में हुई।
- समझौते के अनुसार , कारबाख फोर्स को भंग करके उनके हथियार जब्त किए जाएंगे।
परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य
आर्मेनिया
- 1990 के पूर्व - सोवियत संघ का अंग
- स्वतंत्रता प्राप्ति- 23 अगस्त 1990
- राजधानी- येरेवन
- प्रधान मंत्री: निकोल पशिन्यान
- मुद्रा: अर्मेनियाई द्राम (AMD)
अजरबैजान -
- प्रधान मंत्री:अली असदोव
- राजधानी: बाकू
- मुद्रा: मनात