28 April, 2025
पीएम विश्वकर्मा योजना
Sun 17 Sep, 2023
सन्दर्भ-
- 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना लॉन्च किया गया एवं इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर -यशोभूमि का उद्घाटन किया गया।
इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर यशोभूमि-
- भारतीय कला और हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के लिए यह एक जीवंत केंद्र होगा। स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बनाने में यह बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।
पृष्ठभूमि-
- वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट सत्र में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की गई थी।
- इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने भाषण में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी।
उद्देश्य-
- 'पीएम विश्वकर्मा योजना' का उद्देश्य न केवल देशभर के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से समर्थन देना है, बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति तथा विविध विरासत को जीवित और समृद्ध रखना भी है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में -
- इस योजना के लिए वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28 तक वित्तीय परिव्यय 13,000 करोड़ रुपये रखा गया है।योजनार्थियों को टूलकिट और स्टाइपेंड भी प्रदान किए जाएंगे।
- इस योजना से 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा होगा।
- इस योजना से देशभर में करीब 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को फायदा मिलेगा।
- योजना के पहले चरण में कामगारों को 5% ब्याज दर से 1 लाख रुपए का लोन मिलेगा।
- वहीं, अगले चरण में यह रकम 2 लाख रुपए कर दी जाएगी।
- योजना के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी मिलेगी।
- इसके तहत, ‘विश्वकर्मा' (कारीगरों व शिल्पकारों) को बायोमेट्रिक आधारित 'पीएम विश्वकर्मा पोर्टल' का उपयोग करके सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से निःशुल्क पंजीकृत किया जाएगा।
- उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी ।
कार्यान्वयन मंत्रालय -
- इस योजना को तीन मंत्रालयों एमएसएमई, कौशल विकास और वित्त मंत्रालय मिलकर लागू करेंगे।
लाभार्थी वर्ग -
इस योजना से निम्नलिखित 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा होगा यथा ;
- कारपेंटर (बढ़ई)
- नाव बनाने वाले
- अस्त्र बनाने वाले
- लोहार
- ताला बनाने वाले (मरम्मतकार)
- हथौड़ा और टूलकिट निर्माता
- सुनार
- कुम्हार
- मूर्तिकार
- मोची
- राज मिस्त्री
- टोकरी, चटाई, झाड़ू बनाने वाले
- पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले
- नाई
- मालाकार
- धोबी
- दर्जी
- मछली का जाल बनाने वाले ।
परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य
विश्वकर्मा
- इन्हें संसार का पहला इंजीनियर और वास्तुकार माना जाता है।
- 17 सितम्बर -विश्वकर्मा जयन्ती