28 April, 2025
निपाह वायरस -
Fri 15 Sep, 2023
सन्दर्भ -
- केरल के कोझिकोड में अब तक निपाह वायरस के संक्रमण के 4 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं दो लोगों की मौत हो गई है ।
निपाह वायरस के बारे में:
- निपाह वायरस एक चमगादड़ जनित, ज़ूनोटिक वायरस है, जो मनुष्यों और अन्य जानवरों में संक्रमण का कारण बनता है।
- निपाह वायरस हेंड्रा वायरस के साथ-साथ हेनिपावायरस जीनस से संबंधित है, जो बीमारी फैलने का कारण भी बना है।
- वैज्ञानिक नाम: Nipah henipavirus
- उच्च वर्गीकरण: हेनिपावाइरस
कारण -
- संक्रमित फल, चमगादड़ों के मूत्र या लार से दूषित फल या फल उत्पादों (जैसे कच्चे खजूर का रस) का सेवन आदि संक्रमण के सबसे सम्भावित स्रोत हैं।
- ऐसे खाद्य उत्पादों का सेवन करना जो संक्रमित जानवरों के शरीर के तरल पदार्थ से दूषित हो गए हों (जैसे कि ताड़ का रस या संक्रमित चमगादड़ द्वारा दूषित फल) ।
- NiV से संक्रमित व्यक्ति या उनके शरीर के तरल पदार्थ (नाक या श्वसन की बूंदें, मूत्र या रक्त सहित) के साथ निकट संपर्क।
संकेत और लक्षण
- संक्रमित लोगों में शुरू में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और गले में खराश जैसे लक्षण विकसित होते हैं।
- इसके बाद चक्कर आना, उनींदापन, परिवर्तित चेतना आदि लक्षण सामने आ सकते हैं जो तीव्र एन्सेफलाइटिस का संकेत देते हैं।
- ऊष्मायन अवधि (संक्रमण से लक्षणों की शुरुआत तक का अंतराल) 4 से 14 दिनों तक होती है।
वैश्विक प्रकोप -
- यह पहली बार वर्ष 1998 और 1999 में मलेशिया तथा सिंगापुर में पाया गया था।
- बांग्लादेश में भी इसका व्यापक प्रसार देखने को मिला है।
भारत में प्रकोप -
- केरल में 2018 के बाद से निपाह के चार प्रकोप हुए हैं , जिनमें से आखिरी 2021 में हुआ था।
WHO -
- डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि निपाह वायरस की मृत्यु दर 40 से 75 प्रतिशत के बीच है।
- इसकी महामारी क्षमता के कारण इसे प्राथमिकता वाली बीमारी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
उपचार -
- वर्तमान में, निपाह वायरस संक्रमण के उपचार के लिए विशेष रूप से कोई दवा या टीका नहीं बनाया जा सका है ।
- इसका उपचार सहायक देखभाल तक सीमित है, जिसमें आराम, जलयोजन और लक्षणों के उत्पन्न होने पर उनका उपचार शामिल है ।
- हालाँकि, इम्यूनोथेराप्यूटिक उपचार (मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी) हैं जो वर्तमान में NiV संक्रमण के उपचार के लिए प्रयोग में लायी जाती है।
रोकथाम
- चमगादड़ से मनुष्य में संचरण के जोखिम को कम करना।
- सूअरों में निपाह वायरस को नियंत्रित करना।
- संक्रमित जानवरों को मारना।
- मनुष्य से मनुष्य में संचरण को रोकना - लॉकडाउन इत्यादि ।
परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य -
- विश्व स्वास्थ्य संगठन
- स्थापना वर्ष: 1948
- मुख्यालय:जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
- कार्य आरंभ: 7 अप्रैल, 1948
- विश्व स्वास्थ्य दिवस:7 अप्रैल
- महानिदेशक:टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेस