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निपाह वायरस -

Fri 15 Sep, 2023

सन्दर्भ - 

  • केरल के कोझिकोड में अब तक निपाह वायरस के संक्रमण के 4 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं दो लोगों की मौत हो गई है ।

निपाह वायरस के बारे में:

  • निपाह वायरस एक चमगादड़ जनित, ज़ूनोटिक वायरस है, जो मनुष्यों और अन्य जानवरों में संक्रमण का कारण बनता है।
  • निपाह वायरस हेंड्रा वायरस के साथ-साथ हेनिपावायरस जीनस से संबंधित है, जो बीमारी फैलने का कारण भी बना है।
  • वैज्ञानिक नाम: Nipah henipavirus
  • उच्च वर्गीकरण: हेनिपावाइरस

 कारण -

  • संक्रमित फल, चमगादड़ों के मूत्र या लार से दूषित फल या फल उत्पादों (जैसे कच्चे खजूर का रस) का सेवन आदि संक्रमण के सबसे सम्भावित स्रोत हैं।
  • ऐसे खाद्य उत्पादों का सेवन करना जो संक्रमित जानवरों के शरीर के तरल पदार्थ से दूषित हो गए हों (जैसे कि ताड़ का रस या संक्रमित चमगादड़ द्वारा दूषित फल) ।
  • NiV से संक्रमित व्यक्ति या उनके शरीर के तरल पदार्थ (नाक या श्वसन की बूंदें, मूत्र या रक्त सहित) के साथ निकट संपर्क।

 संकेत और लक्षण

  • संक्रमित लोगों में शुरू में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और गले में खराश जैसे लक्षण विकसित होते हैं।
  • इसके बाद चक्कर आना, उनींदापन, परिवर्तित चेतना आदि लक्षण सामने आ सकते हैं जो तीव्र एन्सेफलाइटिस का संकेत देते हैं। 
  •  ऊष्मायन अवधि (संक्रमण से लक्षणों की शुरुआत तक का अंतराल) 4 से 14 दिनों तक होती है।

वैश्विक प्रकोप -

  • यह पहली बार वर्ष 1998 और 1999 में मलेशिया तथा सिंगापुर में पाया गया था।
  • बांग्लादेश में भी इसका व्यापक प्रसार देखने को मिला है। 

 भारत में प्रकोप -

  • केरल में 2018 के बाद से निपाह के चार प्रकोप हुए हैं , जिनमें से आखिरी 2021 में हुआ था।

 WHO -

  • डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि निपाह वायरस की मृत्यु दर 40 से 75 प्रतिशत के बीच है।
  • इसकी महामारी क्षमता के कारण इसे प्राथमिकता वाली बीमारी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

 उपचार -

  • वर्तमान में, निपाह वायरस संक्रमण के उपचार के लिए विशेष रूप से कोई दवा या टीका नहीं बनाया जा सका है । 
  • इसका उपचार सहायक देखभाल तक सीमित है, जिसमें आराम, जलयोजन और लक्षणों के उत्पन्न होने पर उनका उपचार शामिल है ।
  • हालाँकि, इम्यूनोथेराप्यूटिक उपचार (मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी) हैं जो वर्तमान में NiV संक्रमण के उपचार के लिए प्रयोग में लायी जाती है।

 रोकथाम

  • चमगादड़ से मनुष्य में संचरण के जोखिम को कम करना।
  • सूअरों में निपाह वायरस को नियंत्रित करना।
  • संक्रमित जानवरों को मारना।
  • मनुष्य से मनुष्य में संचरण को रोकना - लॉकडाउन इत्यादि ।

 परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य -

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन 
  • स्थापना वर्ष: 1948
  • मुख्यालय:जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
  • कार्य आरंभ: 7 अप्रैल, 1948 
  • विश्व स्वास्थ्य दिवस:7 अप्रैल
  • महानिदेशक:टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेस

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