स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023
 
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स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023

Fri 08 Sep, 2023

  • केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने भोपाल में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023 के पुरस्कारों की घोषणा की।

 पृष्ठभूमि -

  • पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय 2019 से भारत में शहर और क्षेत्रीय पैमाने पर वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की रणनीति के रूप में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) को लागू कर रहा है। 

उद्देश्य -

  • स्वच्छ वायु सर्वेक्षण शुरू करने का उद्देश्य वर्ष 2025-26 तक वायु प्रदूषण को 40% तक कम करना एवं एनसीएपी के हिस्से के रूप में तैयार सिटी एक्शन प्लान को लागू करने के लिए देश के 131 शहरों को रैंकिंग देना है ।

 मूल्यांकन के प्रमुख घटक -

  • ठोस अपशिष्ट प्रबंधन,
  • सड़क धूल प्रबंधन,
  • निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट का प्रबंधन,
  • वाहन उत्सर्जन और औद्योगिक प्रदूषण पर नियंत्रण।

 स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023 के परिणाम - 

 प्रथम श्रेणी : 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर - 

  • साथ ही 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में इंदौर को प्रथम एवं आगरा को द्वितीय स्थान एवं ठाणे को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है।
  • वहीं चंडीगढ़ 22वें स्थान पर रहा । 

 द्वितीय श्रेणी : 3 से 10 लाख तक की आबादी वाले शहर -

  • उपर्युक्त श्रेणी में अमरावती को प्रथम, मुरादाबाद को  द्वितीय एवं गुंटूर को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ ।

 तृतीय श्रेणी : 3 लाख से कम आबादी वाले शहर -

  • इस श्रेणी के अंतर्गत परवाणू (हिमाचल प्रदेश) प्रथम, कालाअंब(हिमाचल प्रदेश) द्वितीय और अंगुल (ओड़िशा) तृतीय रहे हैं।

 नोट-

  • यह शहरों को रैंक करने के लिए वायु गुणवत्ता मापदंडों के माप पर आधारित न होकर विभिन्न क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए शहरों द्वारा की गई कार्रवाइयों पर आधारित है।

परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य -

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय-

  • गठन-1985
  • मुख्यालय - नई दिल्ली
  • मंत्री - भूपेन्द्र यादव

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