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मेनिंगोकोकल रोग

Mon 04 Sep, 2023

  • हाल ही में अमेरिकी राज्य वर्जीनिया ने मेनिंगोकोकल रोग के राज्यव्यापी प्रकोप की घोषणा की है।
  • मेनिंगोकोकल मेनिन्जाइटिस रोग मेनिंगोकोकल मेनिन्जाइटिस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है, जिसमें बड़ी महामारी उत्पन्न करने की क्षमता है।  यह मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के आसपास की सुरक्षात्मक परत को प्रभावित करता है।

संक्रमण

  • ये छींकने से निकलने वाली छोटी बूँदों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों में फैलते हैं।
  • ग्रुप बी स्ट्रेप्टोकोकस (बैक्टीरिया) अक्सर जन्म के समय माँ से बच्चे में फैलता है।
  • स्ट्रेप्टोकोकस निमोनिया (न्यूमोकोकस),लिस्टेरिया मोनोसाइटोजीन (लिस्टेरिया),हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा (हेमोफिलस ), आदि जीवाणु द्वारा इस रोग का संचरण होता है।
  • यह सभी देशों में सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है।
  • इस रोग से बचने वाले 5 में से 1 जीवित व्यक्ति में दीर्घकालीन विकलांगता हो सकती है, जैसे कि अंग (अंगों) का काम न करना, बधिरता, तंत्रिका तंत्र की समस्याएं, या ब्रेन डैमेज।

लक्षण

  • इसके कुछ सामान्य लक्षण हैं:
  •  बुखार
  •  सरदर्द
  •  जी मिचलाना
  • उल्टी
  •  गर्दन में अकड़न
  •  भ्रमित मानसिक स्थिति

फोटोफोबिया

  • संक्रमण को रोकने के प्रयास
  • विश्व स्वास्थ संगठन (World Health Organization-WHO)  मेनिन्जाइटिस को वर्ष 2030 तक समाप्त करने के रणनीति पर कार्यरत है।

 टीके: 

  • मेनिंगोकोकल (Meningococcal), हीमोफिलस इन्फ्लुएंज़ा टाइप बी (Haemophilus Influenzae Type B) और न्यूमोकोकल (Pneumococcal) इसके उपलब्ध टीके है।
  • उपचार के लिए पेनिसिलिन (Penicillin), एम्पीसिलीन (Ampicillin) और सेफ्ट्रिएक्सोन (Ceftriaxone) दवाओं का प्रयोग किया जाता है।

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